चित्रकूट में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों भक्तों ने किया जलाभिषेक
*चित्रकूट में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों भक्तों ने किया जलाभिषेक*
*चित्रकूट में श्री मतगजेंद्र नाथ शिव बाबा की बारात पूरे धूमधाम से निकली*
*बाबा शिव बग्घी में तो विशिष्ट बाराती साफा बांध पैदल चले*
*हाथी, घोड़े, बाजा, गाजा से लैस थी बारात*
चित्रकूट,01 मार्च 2022। धर्मनगरी चित्रकूट में शिवरात्रि का महापर्व बड़े धूमधाम और श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया। चित्रकूट के रामघाट पर स्थित ब्रह्माजी द्वारा स्थापित आदि शिव चित्रकूट के महाराजा स्वामी मतगजेंद्र नाथ सरकार को जलाभिषेक करने के लिए हजारों भक्त बाबा के दरबार पहुंचे। महाशिवरात्रि का पर्व चित्रकूट नगरी में विशेष महत्व रखता है इस दिन दूर-दूर से भक्त और श्रद्धालु गण तीर्थयात्री भगवान राम की नगरी चित्रकूट में आते हैं। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए थे। मंदिर के पुजारी विपिन महाराज ने बताया कि सर्वप्रथम जगतपिता ब्रह्म जी ने यहां यज्ञ करके शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां चार शिवलिंग विराजमान है जो कि चार अलग-अलग समय कालखंड में ऋषि-मुनियों द्वारा स्थापित किए गए हैं। अपने वनवास काल के दौरान चित्रकूट प्रथम आगमन पर बनवासी श्री राम ने माता जानकी और भाई लक्ष्मण के साथ यहां पूजा की और चित्रकूट में निवास करने की आज्ञा मांगी। महाशिवरात्रि के पर्व पर बाबा के गर्भ गृह एवं मंदिर प्रांगण को आकर्षक सुगंधित फूलों से सजाया जाता है। प्रातः काल और सांयकाल की आरती होती है। शाम को स्वामी मत गजेंद्र नाथ सरकार की शिव बारात निकाली गई। मंदिर के व्यवस्थापक प्रदीप तिवारी ने बताया कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर महा भंडारा प्रसाद का आयोजन किया गया था जिसमें चित्रकूट के संत समाज, भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया ।
मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान राम, लक्ष्मण , जानकी को वनवास के दौरान चित्रकूट में निवास के मर्यादाओं व संस्कृति का ज्ञान देने वाले मत्तगजेंद्रनाथ सरकार के नांम से विराजमान बाबा शिव का माँ पार्वती के साथ पाणिग्रहण संस्कार के लिए चित्रकूट में बारात निकाली गई। पूरे उत्साह के साथ पारंपरिक तरीके से निकाली गई बारात में हाथी, घोड़े, गाजा, बाजा के बारात निकली।बाबा शिव घोड़ों से सजी आकर्षक बग्घी में सवार हुए। बाराती रंग गुलाल उड़ाते हुए नाचते गाते बारात में शामिल हुए। विशिष्ट पहचान वाले बारातियो को साफा पहनाया गया था। शिव बारात में जबलपुर का प्रसिद्ध राजकुमार बास बैंड बारातियों के आकर्षण का केंद्र रहा। शिव बारात में धर्म नगरी चित्रकूट के प्रमुख अखाड़े, मठ मंदिर साधु संत एवं महंत उपस्थित रहे। जिम में विशेष रुप से निर्मोही अखाड़ा के महंत दीन दयाल दास, दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन, बजरंग आश्रम अयोध्या के महंत मुकेश दास, मुन्ना भाई आदि उपस्थित रहे। महाशिवरात्रि के पर्व पर श्रद्धालुओं ने मां मंदाकिनी में स्नान कर शंकर भगवान का जलाभिषेक किया और कामदगिरि की पांच कोसी परिक्रमा लगाई। धर्मनगरी चित्रकूट में बुधवार को अमावस्या के चलते सतना जिला प्रशासन एवं चित्रकूट जिला प्रशासन ने मेला व्यवस्था के इंतजाम किए हैं जिससे चित्रकूट आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। मेला व्यवस्था के दृष्टिकोण से सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
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