किसानों के लिए खाद्य एवं पोषण पर केवीके में हुआ संगोष्ठी का आयोजन


किसानों के लिए खाद्य एवं पोषण पर केवीके में हुआ संगोष्ठी का आयोजन

परंपरागत आहार को बढ़ावा देने के लिए जैव-विबिधता युक्त प्रदर्शनी का भी हुआ आयोजन

मझगवॉ , 26 अगस्त 2021। दीनदयाल शोध संस्थान कृषि विज्ञान केंद्र, मझगवॉ सतना में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली के आव्हान पर किसानों के लिए खाद्य एवं पोषण पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में भारत सरकार के कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वर्चुअली रुप में सतना जिले के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस आजादी के अमृत महोत्सव को माननीय प्रधानमत्री जी की मंशानुसार कृषि मंत्रालय भारत सरकार किसानों के लिए खाद्य एवं पोषण कार्यक्रम मना रही है। 

इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज यह देश अन्न उत्पादन के क्षेत्र स्वावलंबी बन पाया है, तो इसके लिए हमारे किसान एवं कृषि वैज्ञानिकों की अहम् भूमिका रही है। कृषि विज्ञान केंद्र की सहायता से यह कार्यक्रम एक साथ देश के प्रत्येक जिले में आयोजित किया गया, मंत्री जी ने उल्लेख किया कि आज पूरे देश में किसानों के लिए कृषि विज्ञान केंद्र कृषि का सम्पूर्ण समाधान के रूप में अहम् भूमिका निभा रहा है। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओ के माध्यम से किसानो को तकनीकी सलाह, उन्नत बीज उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है‌। लेकिन अब आवश्यकता है, पोषण एवं स्वास्थ का ध्यान रखने की इसके लिए अब हमारे किसानों को पोषण युक्त आहार अपनी दैनिक खान पान में शामिल करने की आवश्यकता है। जिससे उत्तम स्वास्थ एवं निरोही काया प्राप्त होगी। इस कार्य में हमारी महिला कृषकों की अहम् भूमिका साबित होगी। 

कृषि विज्ञान केंद्र में संचालित परियोजना वैश्विक पर्यावरण सुबिधा के तहत परंपरागत आहार को बढ़ावा देने के लिए एक खाद्य एवं पोषण जैव विबिधता युक्त प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिसमे जिले के किसानों ने स्वम द्वारा संरक्षित स्थानीय किस्मों की सब्ज़ियों को लाकर प्रदर्शनी में अपनी सहभागिता के साथ केंद्र पर धान की परम्परागत 20 किस्मों के फसल प्रदर्शन का भी अवलोकन किया। 

इस अवसर पर केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ रामप्रकाश शर्मा ने गाय के दूध को अमृत की संज्ञा देते हुए गो-पालन का महत्व भी बताया साथ ही केंद्र के समस्त वैज्ञानिकों के द्वारा किसानों को फसल संबधित जिज्ञासा समाधान किया गया। इस दौरान श्री राहुल अमृतकर सामजिक कार्यकर्त्ता, श्री अमरजीत ढलोप के साथ 110 कृषकों एवं महिला कृषकों सहित केंद्र के समस्त कार्यकर्ताओ ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

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