उद्यमिता विद्यापीठ द्वारा ग्राम बंदरकोल में स्व सहायता समूह की महिलाओं दिए जा रहे वाशिंग पाउडर प्रशिक्षण का हुआ समापन
उद्यमिता विद्यापीठ द्वारा ग्राम बंदरकोल में स्व सहायता समूह की महिलाओं दिए जा रहे वाशिंग पाउडर प्रशिक्षण का हुआ समापन
चित्रकूट 12 जुलाई 2021। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अन्तर्गत कई योजनाएं है उनसे जुड़कर उद्यम स्थापित किया जा सकता है। केव्हीआईसी के प्रशिक्षण केन्द्र उद्यमिता विद्यापीठ से प्रशिक्षित होकर उद्यमी के रूप में विकसित अधिकांश प्रशिक्षणार्थी का स्वयं का उद्यम स्थापना संभावित हुआ है।
दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट के उद्यमिता विद्यापीठ में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार द्वारा उधमिता विद्यापीठ कैंपस के अलावा ग्राम स्तर पर भी लघु अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किये गये है। जिसके अन्तर्गत चित्रकूट जनपद के ग्राम बंदरकोल में भारत रत्न नानाजी देशमुख श्रद्धा केंद्र पर पिछले 1 सप्ताह से चलाए जा रहे रोजगारोन्मुखी वाशिंग पाउडर प्रशिक्षण का आज सोमवार को समापन किया गया।
उद्यमिता विद्यापीठ के प्रशिक्षक श्री जुगल पांडे ने बताया कि उपरोक्त प्रशिक्षण बंदर कोल की स्वयं सहायता समूह की 20 महिलाओं ने यह प्रशिक्षण लिया है। उनके द्वारा समापन अवसर पर वाशिंग पाउडर की पैकिंग एवं लेबलिंग कर स्थानीय स्तर पर विक्रय हेतु तैयारी की गई।
इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान के कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा ग्राम बंदरकोल में वैश्विक सुविधा पर्यावरण परियोजना के कार्यकर्ता श्री सत्यम चौरिहा ने उद्यमिता एवं कृषि के बारे में अपने विचार रखते हुए कहा कि कृषि भूमि पर से आबादी का पर्याप्त बोझ घटाएं बिना कृषि का अपेक्षित विकास संभव नहीं है। इसका एक मेव उपाय है, अभावग्रस्त कृषकों को वैकल्पिक लाभदायी रोजगार ग्रामीण अंचल में ही उपलब्ध कराना। इसके लिए कृषि व्यवसाय को लाभदायी बनाने का ग्रामोद्योगों के अतिरिक्त अन्य उपाय नहीं है। इसी से ग्रामीण अंचल के सभी युवक-युवतियों को अपने ही क्षेत्र में लाभप्रद स्वरोजगार उपलब्ध होगा।
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