जगदगुरू रामभद्राचार्य महाकवि तुलसीदास की जन्म भूमि राजापुर के विकास की मांग मुख्यमंत्री योगी से की
जगदगुरू रामभद्राचार्य महाकवि तुलसीदास की जन्म भूमि राजापुर के विकास की मांग मुख्यमंत्री योगी से की
चित्रकूट, 10 जुलाई 2021। चित्रकूट के लिए वरदान है जगदगुरु श्री रामभद्राचार्य जी भगवान श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में वर्तमान समय में अनेक अलौकिक संत और महामनीषी भी निवास रत है । हम बात कर रहे हैं एक भारत वर्ष ही नहीं पुरे विश्व में अलग पहचान रखने वाले पदम् विभूषित जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी के बारे मे एशिया के एकमात्र जगदगुरु रामभद्राचार्य दिब्यांग विश्वविद्यालय के संस्थापक / आजीवन कुलाधिपति और धार्मिक क्षेत्र आमोदवन मे संचालित तुलसीपीठ सेवा नयास , देश - भर के बधिरो व दृष्टि बाधितों के लिए संचालित तुलसी प्रक्षा चक्षु / दृष्टि बाधित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ,कामता ,चित्रकूट आदि अनेक प्रकल्प संचालित है। देश भर के दिब्यांग जनो के लिए एशिया का पहला दिब्यांग विश्वविद्यालय की स्थापना विगत 26 जुलाई 2001 मे करकें दिब्यांगो के जीवन में उजाला देने का कार्य कर रहे है। आज जगदगुरु जी के कारण ही चित्रकूट की पहचान है। चित्रकूट के लिए आपने अनेक सामाजिक संस्थान खोलकर चल रहा है । जगदगुरु जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार बहुत ही अच्छा कार्य कर रही हैं। कोरोना काल में सरकार ने मानव जीवन के एक एक प्राण की रक्षा करने का प्रयास किया है । लगातार उत्तर प्रदेश सरकार ने विकास के लिए चित्रकूट के विकास के लिए " चित्रकूट विकास परिषद "का गठन कर अद्भुत कार्य किया है। अब इसके साथ चित्रकूट का धार्मिक और आर्थिक विकास अवश्य होगा। अब मैं गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्म भूमि राजापुर मे भी चहुंमुखी विकास के लिए प्रयासरत हूं। मेरा प्रयास हैं कि उत्तर प्रदेश के माननीय यशश्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चित्रकूट की तरह ही राजापुर को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराए और पूर्ण रूप से विकसित करें । उक्त आशय की जानकारी एस० पी० मिश्रा ,पीआरओ ने दी है।
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