धर्मनगरी में 35 एकड़ में 38500 पौधों का होगा रोपण
औषधीय पौधे रोपित कर रामायण वाटिका का दोनों मंत्रियों ने किया शुभारंभ
धर्मनगरी में 35 एकड़ में 38500 पौधों का होगा रोपण
प्रभु श्रीराम के प्राचीनतम सम्पूर्ण प्रकृति की याद में रोपे रामायण कालीन पौधे
चित्रकूट, 04 जुलाई 2021 । भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट राम वन वाटिका में आज मंत्रियों ने रामायण कालीन के पांच वनस्पति पौधे रोपित कर वृहद वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया। देवांगना हवाई पट्टी के पास स्थित सिद्धपुर वन ब्लॉक में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश जलशक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने पीपल,बरगद,अशोक,आंवला और बेल के पौधों का रोपण कर इसकी शुरुआत की। इसके अलावा लोनिवि राज्यमंत्री चन्द्रिकाप्रसाद उपाध्याय, सांसद आरके सिंह पटेल,विधायक आंनद शुक्ल और डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने महुआ,साल,बहेड़ा,कल्पवृक्ष और शीशम के पौधे रोपित किये हैं।इस दौरान लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे वितरित किये।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मानव जीवन में जल,जंगल और जमीन का बहुत महत्व है। कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए पर्यावरण संतुलन और प्रकृति के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण बहुत आवश्यक है।उन्होंने सभी लोगों से जल के सही उपयोग और संरक्षण के साथ पर्यावरण संरक्षण की अपील की है।
प्रदेश के मंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से सतयुग,त्रेतायुग और द्वापर युग में भारत की संस्कृति,
सभ्यता,संस्कार,आध्यात्म,विचार और वाणी प्राचीनतम है।साथ ही भगवान श्रीराम के समय में संपूर्ण प्रकृति जिस प्रकार की थी आज उसी तरीके का अनुभव प्राप्त करने के लिए प्राचीन समय के रामायण कालीन पौधे व औषधीय पौधों का रोपण कर धरती में हर तरह से गुणों को प्रभावित करने के लिए पूरे प्रदेश में रामायण वाटिका तैयार की जा रही है।
लोनिवि राज्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या व प्रयागराज के बाद चित्रकूट में राम वन वाटिका बनाने के लिए वन विभाग ने तैयारी की है। जहाँ स्मृति वन, औषधि वाटिका,रामायण वाटिका समेत राम वन गमन स्थल पर आकर्षक फूलों की क्यारी भी तैयार की जा रही है।
डीएम ने कहा कि सिद्धपुर वन ब्लाक में 35 एकड़ में 38500 पौधों का रोपण होगा। यहां पर रामायण कालीन पौधे व औषधियों का रोपण किया जाएगा। इसकी शुरुआत आज केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत व प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह द्वारा किया गया है। राम वन गमन मार्ग पर प्रदेश सरकार भगवान श्रीराम का रामायण कालीन राम वन वाटिका बना रही है। यह वाटिका तीन स्थानों में अयोध्या, प्रयागराज और चित्रकूट में बनाने की जिम्मेदारी वन विभाग को मिली है। देवांगना हवाई पट्टी के पास सिद्धपुर वन ब्लाक में राम वन वाटिका के लिए 35 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। जिसमें रामायण कालीन विभिन्न प्रजातियों के पौधे व औषधियां रोपित की जानी हैं। राम वन वाटिका में रामायणकालीन 30 प्रकार के पौधों का रोपण किया जाना है। वन विभाग की ओर से विभिन्न प्रजातियों के पौधों का इंतजाम किया है। कुछ पौधे दक्षिण भारत के भी लगाए जाने हैं। इस मौके पर एसपी अंकित मित्तल,एडीएम जीपी सिंह,एसडीएम सदर पूजा यादव,एएसडीएम आकांक्षा सिंह,प्रभागीय वनाधिकारी कैलाश प्रकाश, एसडीओ आरके दीक्षित, वन क्षेत्राधिकारी कर्वी नफीस खां,रैपुरा राधेश्याम दिवाकर,मारकुंडी रमेश यादव, बरगढ़ राजू श्रीवास,मानिकपुर आरपी शुक्ल, हरि शंकर सिंह पूरी टीम के साथ मौजूद रहे।
केन्द्रीय मंत्री ने मंदाकिनी का स्थलीय निरीक्षण किया
चित्रकूट । केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत कार्यक्रम के बाद हेलीकाप्टर से यूपी के जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह के साथ चित्रकूट स्थित आरोग्यधाम पहुंचें। जहां पहुंचकर पतित पावनी मंदाकिनी नदी का एमपी क्षेत्र में स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद दोनों मंत्री हेलीकाप्टर से रसिन बांध का हवाई सर्वेक्षण करते हुए लेहचुरा डैम जनपद महोबा के लिए रवाना हो गए।
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