दिब्यांग विश्वविद्यालय का 21 वॉ स्थापना दिवस समारोह



दिब्यांग विश्वविद्यालय का 21 वॉ स्थापना दिवस समारोह

चित्रकूट, 26 जुलाई 2021 । बुंदेलखंड क्षेत्र मे एशिया का पहला व केवल दिब्यांगो हेतु उच्च शिक्षा के लिए पदम् विभूषित जगदगुरु रामभद्राचार्य जी द्वारा संस्थापित विगत सन् 26 जुलाई 2001 मे जगदगुरु रामभद्राचार्य दिब्यांग विश्वविद्यालय खुला। जगदगुरू रामभद्राचार्य जी ने अपने जीवन के सभी श्री रामकथा व श्री कृष्ण कथाओं से अर्जित धनराशि से इस विश्वविद्यालय को बनाया है। अगर कहा जाए कि भारत वर्ष के दिब्यांग भाई , बहनों के लिए एक उपहार स्वरूप, मूर्त रूप चित्रकूट में स्थित दिब्यांग विश्वविद्यालय है। धीरे - धीरे यह अब 21वे वर्ष तक परम पूज्य जगदगुरु रामभद्राचार्य जी ने अपने विभिन्न क्षेत्रों से आय धनराशि से चलाया। विगत दिनों जगदगुरु जी की अचानक तवियत ठीक नहीं होने के कारण सपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार ने एक सप्ताह तक जगदगुरु जी के जल्द ही स्वास्थय लाभ के लिए विश्वविद्यालय में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया। आज देहरादून से फोन में इस विश्वविद्यालय के लिए अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों ,छात्रों को बहुत- बहुत आशिर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस विश्वविद्यालय को जल्द ही राजकीय विश्वविद्यालय घोषित करें।उनकी यही इच्छा व आज की घोषणा है। अब यह विश्वविद्यालय पूर्ण राजकीय होगा तभी मुझे आराम मिलेगा। यही मेरी प्रतिक्षा हैं। विश्वविद्यालय रूपी यह बालक अब अपने 21 वे वर्ष में प्रवेश कर गया है। इसका अर्थ है - अब यह विश्वविद्यालय युवा हो गया है। हम सभी को अपने बच्चे की भाति इसे सभालना होगा। हम सभी अपने - अपने कार्य निष्ठा से करें। आप सभी शिक्षकों, कर्मचारियों का भविष्य इस विश्वविद्यालय के साथ में जुडा है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि देहरादून से आकार मैं दिब्यांग विश्वविद्यालय को उत्तर प्रदेश सरकार से राजकीयकृत कराने संबंधित कार्रवाई पुरा कराएंगे। आप सभी का मंगल हो ।मैं आपका हु , आप हमारे है । जय दिब्यांग , जय भारत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में कुलपति प्रो0 योगेश दुबे , कुलसचिव डा0 महेंद्र कुमार उपाध्याय , वित्त अधिकारी रमापति मिश्र , डीन डा0 विनोद मिश्र ,पीआरओ एस0 पी0 मिश्र, डा0 गोपाल मिश्र, डा0 ज्योति विश्वकर्मा , डा0 विशेष मिश्र, डा0अंबरीश राय, डा0 सुनीता , डा0 अमिता त्रिपाठी, निहार रंजन मिश्र, डा0 मनीष कुमार , डा0 रजनीश सिंह , दलीप कुमार सहित सभी विश्वविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

Comments

Popular posts from this blog

पुरातन छात्र सम्मेलन 2019

पं. दीनदयाल उपाध्याय की 104 वीं जयंती पर दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट ने किये कई कार्यक्रम

बालकालीन साधु थे संत तुलसीदास जी -- जगदगुरु रामभद्राचार्य