दिव्यांग विश्वविद्यालय व्याख्यानमाला व योगाभ्यास कार्यक्रम का दूसरा दिन
दिव्यांग विश्वविद्यालय व्याख्यानमाला व योगाभ्यास कार्यक्रम का दूसरा दिन
चित्रकूट, 16/06/21। 21 जून को होने वाले सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय में योग विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा सात दिवसीय योग व्याख्यानमाला व योगाभ्यास का कार्यक्रम के दूसरे दिन सुबह 7.00 बजे से 8.00 बजे तक योगाभ्यास सुशांत सिंह शोध छात्र श्री बालाजी विद्यापीठ पांडुचेरी से कराएं जिसमें योगासन , प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कराया गया।
व्याख्यानमाला सायं 3.30 बजे से 5 बजे तक चला जिसमें डॉक्टर सी. वी. एन. त्रिपाठी (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक फैजाबाद ) योग में अष्टांग योग पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए योग के मनोवैज्ञानिक प्रभाव योग के वैज्ञानिक प्रभाव व्यक्ति के शरीर से लेकर मन और चित्त तक के स्थिति व योग के प्रभाव पर विस्तृत प्रकाश डाला
डॉ गोपाल मिश्र योग और संगीत कि समानता को बताते हुए योग एवं भारतीय संगीत की साधना में ब्रम्हचर्य के स्थान एवं उसकी महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए यह सिद्ध किया कि ब्रह्मचर्य की साधना से संगीत एवं योग दोनों के साधना को बल मिलता है और वे सिद्धि को प्राप्त होती है । इसके साथ ही संगीत एवं योग पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए डॉक्टर गोपाल मिश्रा ने इसके महत्व को समझाया और यह भी कहा कि विश्व योग दिवस के रूप में 21 जून का चयन इसलिए किया गया क्योंकि यह विश्व संगीत दिवस पूर्व से ही निर्धारित है । इस प्रकार भारतीय संगीत की साधना यदि नियमानुसार की जाए तो उसमें अष्टांग योग की साधना स्वतः हो जाती है और अष्टांग योग की साधना को ध्यान में रखकर यदि भारतीय संगीत की साधना की जाए तो वह अवश्य ही सिद्धि को प्राप्त होती है।
दिनांक 17 जून को प्रातः 7:00 बजे से 8:00 बजे तक प्राणायाम एवं ध्यान भारत सिंह के द्वारा योगाभ्यास कराया जाएगा, शाम 3:30 बजे डॉ० जे० पी० सिंह (फिजिशियन)एवं डॉ शशिकांत त्रिपाठी का वक्तव्य रहेगा
कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉक्टर आंनद एवम् डॉ रीना पांडे द्वारा किया गया साथ ही भविष्य माथुर द्वारा अतिथियों व प्रबुद्ध जनों का आभार ज्ञापन किया गया कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रद्योत दुबे , डॉक्टर नीतू तिवारी , डाक्टर अमरीश राय, निहार रंजन ,पीआरओ एस पी मिश्र आनलाइन उपस्थित रहे।
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