दीनदयाल शोध संस्थान ने ' सब को कोविड वैक्सीन अभियान ' जागरूकता अभियान कार्यक्रम चलाया



दीनदयाल शोध संस्थान ने ' सब को कोविड वैक्सीन अभियान ' जागरूकता अभियान कार्यक्रम चलाया

चित्रकूट, 01जून 2021। दीनदयाल शोध संस्थान दारा संचालित जनशिक्षण संस्थान प्रायोजित कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार ने जिलाधिकारी चित्रकूट के "सब को कोविड वैक्सीन अभियान " अंतर्गत दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव तथा अध्यक्ष जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट श्री अभय महाजन के दिशा निर्देश में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की श्ररंखला में भूमि सुपोषण कार्यक्रम का आयोजन तथा कोविड वैक्सिन लगवाने हेतु जागरूकता कार्यक्रम के साथ जनपद चित्रकूट के विकास खंड कर्वी के ग्राम पंचायत रौली, गौड़ा,एवं कोरारी में पूर्व सूचनानुसार ग्रामीण महिला / पुरुषों की सामूहिक बैठक किया गया ।जिसमें जे यस यस के क्षेत्राधिकारी श्री बनारसी लाल पांडेय (शशिकांत) ने लोगों का परिचय कराया । तथा उपस्थित ग्रामवासियों मे मुस्तहरी,गोधनी,उषा दीदी आदि ने बताया की हमारे गाँव मे पीने के पानी की बहुत समस्या है । कार्यक्रम में काफी संख्या में ग्रामीण जनों ने सहभागिता की । जन शिक्षण संस्थान के निदेशक रमा शंकर त्रिपाठी ने भूमि सुपोषण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई ।उन्होंने बताया कि
भूमि संरक्षण के लिए संस्थान ने भूमि सुपोषण अभियान चलाया है खाद का कम प्रयोग करने का लेंगे संकल्प लेने के साथ अप्रैल से 24 जुलाई तक पूरे देश में अभियान चल रहा है। 

मिट्टी की घटती उर्वरा शक्ति के प्रति ग्रामीणों को अवगत कराते हुए श्री त्रिपाठी ने बताया खेत की मिट्टी की पूजा कर रासायनिक खाद का कम से कम प्रयोग व जैविक खेती करने का संकल्प लिए देश में मिट्टी की घटती उर्वरा शक्ति को लेकर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि खेती में रासायनिक खाद का अधिक प्रयोग होने के कारण मिट्टी बंजर होती जा रही है। इससे मिट्टी में जल संचयन की क्षमता भी कम होती जा रही है। रासायनिक उत्पादों के उपयोग से तरह-तरह की बीमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं। यही स्थिति रही तो आने वाले समय में स्थिति और भयावह हो जाएगी। इसलिए समय रहते सभी ग्रामवासी साथ मिलकर भूमि की रक्षा के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

इसके लिए भूमि सुपोषण अभियान की शुरुआत की गयी राजकीय जूनियर विद्यालय के सामने पूजा स्थल पर गांव के लोग जमा होकर खेतों से लाई गई मिट्टी की पूजा किये और अपने-अपने खेतों में रासायनिक खादों का कम से कम प्रयोग करने व जैविक खेती करने का संकल्प लिए।समुदाय को जागरूक करने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र भू विशेषज्ञ सत्यम चौरिहा ने ग्रामीण जनों को भूजल संग्रहण हेतु प्रेरित किया । हैन्ड पम्प इत्यादि से निकालने वाला जल जो व्यर्थ बह कर खराब हो रहा था उसका उपयोग गृह वाटिका(घर के आँगनतथा आस पास की खाली पड़ी भूमि पर सब्जी फल औषधीय पौधे इत्यादि ) में हो इसकी विधिवत जानकारी दी । 
परिणाम स्वरूप महिलाओं मे वर्षा जल तथा दुरुपयोग होने वाले जल के संग्रहण के प्रति जागरूकता आयी महिलाओं द्वारा गड्ढे बनाकर जल को इकट्ठा किये जाने का संकल्प लिया जिसका उपयोग पेड़ पौधों आदि की सिचाई मे किया जाएगा साथ ही भूगर्भ जल मे भी बढ़ोत्तरी भी हो इस आशय से सूक्ष्म प्रयास प्रारंभ किया गया है। 
बनारसी लाल पांडेय जी ने बताया सामहिक सामुहिक प्रयास से गाँव मे जागरूकता आएगी जो भूजल संरक्षण हेतु सार्थक प्रयास है उसके
साथ ही कोरोना को ध्यान में रखकर गाँव मे सफाई भी हो रही है व्यर्थ पानी के बहाव को रोककर गाँव मे कीचड़ आदि से भी छुटकारा मिलेगा मच्छर कीड़े आदि का भी प्रभाव कम होगा। ग्रामीण जनों में जल सरंक्षण के साथ ही स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूकता हेतु प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन समाप्त हुआ है कोरोना नही अतः कोविड गाइड लाइन का पूरा पालन करते हुए सभी अपना वैक्सिन अवश्य लगवा लें।
उपस्थित समूह ने वैक्सिन लगवाने के संकल्प लिया तथा घर घर संपर्क कर बैक्सीन लगवाने हेतु प्रेरित किया। सरकारी व्यवस्था की जानकारी दी।
स्वरोजगार हेतु जन शिक्षण संस्थान द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की भी जानकारी प्रदान की गई जिससे स्वावलंबन के प्रति अभिरुचि साफ दिखाई दी जन शिक्षण संस्थान ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रमों को ग्राम कुरारी और गोंडा में चलाने हेतु ग्रामीणों को जानकारी प्रदान की गई।



                    

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