दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित
दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित
चित्रकूट 27 मई 2021। दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट प्रायोजित कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम अंतर्गत आत्मनिर्भर भारत के संदर्भ में ग्राम बंदर कोल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला अधिकारी चित्रकूट के निर्देश में जन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष श्री अभय महाजन जी द्वारा कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीणों में जागरूकता हेतु अभियान लिया गया माननीय अभय महाजन जी के दिशा निर्देशों में जन शिक्षण संस्थान के कार्यकर्ताओं ने बंदर कोल ग्राम में डोर टू डोर संपर्क किया तथा कोविड-19 वैक्सीन लगाने हेतु प्रोत्साहित किया तथा बताया कि यदि हम सभी ग्रामवासी स्वयम की प्ररणा से वैक्सीन लगवाते है तो आप के ग्राम में टीका करण केंद्र बनाकर शतप्रतिशत टीका लगवाया जाएगा जिससे हैम सुरक्षित हो कर राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।आत्मनिर्भर भारत की संगोष्ठी में जन शिक्षण संस्थान के निदेशक श्री रमाशंकर त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि आत्मनिर्भर शब्द का मतलब है आप खुद के लिए ख़ुद पर निर्भर हो। चाहे वो कोई काम क्यों न हो। हम आपको Atmanirbhar आत्मनिर्भर (Self Dependent and Self Reliant) के बारे में बताया साथी जन शिक्षण संस्थान की गतिविधियों के माध्यम से स्थानी आवश्यकता अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया गया त्रिपाठी ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत बनने का तात्पर्य है कि हमारे देश को हर क्षेत्र मे खुद पर ही निर्भर होना होगा। भारत को देश मे ही हर वस्तु का निर्माण करना होगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि भारत के संसाधनों से बनी वस्तुओं को भारत मे ही उपयोग मे लाना है। ... देश आगे चलकर अन्य देशों से आयात कम और निर्यात ज्यादा कर सकेगा। व्यक्ति के अपने अभिरुचि के विषय को अपने व्यवसाय के विषय में परिवर्तन करने के लिए अपने आप में दक्षता लाने की आवश्यकता होती है जो कि विभिन्न प्रकार के व्यवसाय प्रशिक्षण के माध्यम से जन शिक्षण संस्थान जनपद चित्रकूट में उपलब्ध कराता रहा है कार्यक्रम में क्षेत्र अधिकारी श्री बनारसी लाल पांडे जी स्थानीय ग्रामीणों में स्वरोजगार के प्रति प्रोत्साहित किया तथा तथा Covid से बचाव के बारे में जानकारी दी गई एवम मांग आधारित प्रशिक्षण में सिलाई प्रशिक्षण हेतु विनीता यादव के नेतृत्व में एक बैच प्रारंभ किए जाने हेतु प्रयास किए गए। मां लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अगरबत्ती उत्पादन में अभिरुचि दिखाई गई जिसके प्रशिक्षण हेतु जन शिक्षण संस्थान की तरफ से व्यवस्था की जाएगी कार्यक्रम में श्री सत्यम चोरिया द्वारा ग्राम बंदर कोल में स्वयं सहायता समूह के कार्यों की रूपरेखा रखी गई।
The Chitrakoot Post
Shubham Rai Tripathi
Comments
Post a Comment