चित्रकूट जिला कारागार में खूनी संघर्ष में दो की हत्या , एक एनकाउंटर सहित तीन की मौत
चित्रकूट जिला कारागार में खूनी संघर्ष में दो की हत्या
हत्यारे अंशुल दीक्षित को पुलिस ने किया ढेर
जिला कारागार में बंद 3 कुख्यात अपराधी मारे गए
चित्रकूट, 14 मई 2021। धर्मनगरी चित्रकूट की सीमा से सटे जनपद चित्रकूट (यूपी) के जिला कारागार में शुक्रवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब जिला कारागार से फायरिंग की आवाजें सुनाई दीं। कैदियों के दो गुटों के आपसी संघर्ष में , जिला कारागार में बंद गैंगस्टर अंशु दीक्षित नामक बंदी ने फायरिंग कर जेल में ही बंद दो कैदी मेराज अली और मुकीम उर्फ काला को असलहे से मार कर हत्या कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पश्चिम यूपी का बड़ा बदमाश था मुकीम काला। अंशु दीक्षित भी पुलिस कार्यवाही में मारा गया। घटना के बाद जिला कारागार को छावनी में तब्दील कर दिया गया। यूपी समेत देश के कई राज्यों में मोस्ट वांटेड रहे शातिर बदमाश मुकीम काला और मेराज को शुक्रवार को चित्रकूट के जिला कारागार में सीतापुर निवासी एक कैदी अंशुल दीक्षित ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। शातिर बदमाश मुकीम काला को इसी साल हरियाणा के कुरूक्षेत्र से यूपी के सहारनपुर की जेल में कुछ दिन रखने के बाद चित्रकूट शिफ्ट किया गया था। कई राज्यों में ताबड़तोड़ संगीन वारदातों को अंजाम देने वाला वेस्ट यूपी के शामली जिले का शातिर अपराधी मुकीम काला पिछले करीब पांच साल से जेल में था। यूपी समेत देश के कई राज्यों में आतंक का पर्याय बने इस बदमाश को यूपी एसटीएफ ने पांच साल पहले जेल भेज दिया था। वहीं मेराज को बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद मेराज, बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का खास गुर्गा बन गया था।
मेराज और मुकीम काला को मारने के बाद अंशू दीक्षित ने पांच अन्य बंदियों को बंधक बनाने की थी कोशिश
सुल्तानपुर जेल से चित्रकूट जेल में शिफ्ट किए गए पूर्वांचल के बड़े गैंगस्टर अंशु दीक्षित पुत्र जगदीश ने शुक्रवार दोपहर में फायरिंग करते हुए इसी जेल में बंद मुकीम काला और मेराज की हत्या कर दी ।
सूत्रों का कहना है कि डबल मर्डर के बाद बंदी अंशु ने पांच कैदियों को बंधक बना लिया था। इस दौरान जेल प्रशासन ने अंशु से कैदियों को छोड़ने की अपील की, लेकिन अंशु माना नहीं। इस दौरान पुलिस और अंशु के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें अंशु मारा गया। जेल में सघन जांच अभियान चल रहा है।
अंकित मित्तल, पुलिस अधीक्षक चित्रकूट
आज सुबह 09:00-09:30 बजे करीब जेल सुपरिटेंडेंट द्वारा सूचना दी गई कि, एक बंदी द्वारा अपने दो सह बंदियों पर फायरिंग की जा रही है। सूचना पर जिला अधिकारी एवं पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पहुंचे। जहां पाया कि उक्त बंदी द्वारा पिस्टल से फायरिंग की जा रही है और दो बंदियों को
मार दिया है। पुलिस बल द्वारा घेराबंदी कर उक्त बंदी जिसका नाम अंशु दीक्षित था , को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया। बंदी द्वारा आत्मसमर्पण ना करते हुए पुलिस बल पर फायरिंग की गई, जिसके चलते आत्मरक्षा में पुलिस बल द्वारा फायर किया गया जिसमें अंशु दीक्षित मारा गया। तीनों अभियुक्त में से एक मुकीम काला (शामली, यूपी) जिस पर 65 मुकदमे दर्ज हैं, दूसरा व्यक्ति मेराज (वाराणसी, यूपी) पर तीन मुकदमे दर्ज की जानकारी और तीसरा अभियुक्त जिसने वारदात को अंजाम दिया अंशु दीक्षित (सीतापुर , यूपी) जो सुल्तानपुर से प्रशासनिक आधार पर ट्रांसफर पर आया था , पर आठ मुकदमे दर्ज होने की सूचना है। शेष कार्रवाई की जा रही है।
फिलहाल घटना के बाद से जेल सुरक्षा में चूक स्पष्ट नजर आ रही है। चित्रकूट जनपद जिला कारागार उत्तर प्रदेश के हाईटेक जेल में गिना जाता है। वहां बिना जेल प्रशासन के मिलीभगत के इतनी बड़ी घटना अंजाम देना मुमकिन नहीं लग रहा।
बदमाशों का संक्षिप्त इतिहास जेल सूत्रों के अनुसार
अंशु दीक्षित : पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी का खास व शार्प शूटर था। सीतापुर का रहने वाला था। मप्र और उप्र एसटीएफ पर भी गोलियं चलाई थीं 27 अक्टूबर 2013 को। दिसंबर 2014 में इसे पकड़ा गया था। चित्रकूट जेल आधुनिक होने से इसे यहां करीब दो साल पहले भेजा गया था। पूर्वांचल कर माफियाओं का चहेता भी बताया जाता है।
मुकीम काला : जेल में मारा गया मुकीम काला वही अपराधी है जिसने पूर्व में एनआईए अफसर तंजील अहमद को दिन दहाड़े मौत के घाट उतार दिया था। मुक़ीम पश्चिमी यूपी का गैंगस्टर था। पश्चिमी यूपी के दुर्दांत अपराधी व एसटीएफ के हाथों में मुठभेड़ में मारे जा चुके वसीम काला का भाई था। पंजाब -हरियाणा तक इसका गैंग वारदातें करता था।दर्जनों लूट, हत्या व मुठभेड़ के मुकदमे दर्ज हैं।
मेराज अली : वाराणसी का रहने वाला था। गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी का खास था, फिर मुख्तार अंसारी से जुड़ा। कई आपराधिक मामले दर्ज।
सोशल मीडिया से प्राप्त फाइल फोटो : मुकिम काला
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