कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुर्वेद को अपनाए - डॉ परमेश्वर अरोरा एमडी, आयुर्वेद( बीएचयू )
ग्रामोदय विश्वविद्यालय में कोविड-19 का आयुर्वेदिक समाधान, विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुर्वेद को अपनाए - डॉ परमेश्वर अरोरा एमडी, आयुर्वेद( बीएचयू )
चित्रकूट 10 मई 2021 । महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आनंदीबेन पटेेेेल महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति ग्रामोदय विश्वविद्यालय की प्रेरणा एवं कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम के संरक्षकत्व में अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय द्वारा ' कोविड-19 का आयुर्वेदिक समाधान ' विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार आयोजित हुआ। एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम ने की। वेबीनार में मुख्य वक्ता डॉ परमेश्वर अरोरा एमडी, आयुर्वेद बीएचयू एवं वरिष्ठ परामर्शदाता सर गंगा राम अस्पताल नई दिल्ली थे। डॉ परमेश्वर अरोरा ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए बताया कि यह वायरस मुंह और नाक से शरीर में प्रवेश करता है। जो कि म्यूकस मेंब्रेन में जाकर तंत्र को प्रभावित करता है। प्रारंभ में संक्रमण के लक्षण होने के बाद का समय महत्वपूर्ण है। इसे मेडिकल भाषा में इनक्यूबेशन पीरियड कहते हैं जिसका समय काल 3 से 5 दिन का होता है। जिसमें हमें महत्वपूर्ण सावधानी एवं उपाय करना चाहिए। वर्तमान में वायरस एयर बाउंड हो चुका है जिसके चलते हमारे शरीर को तीन घड़ी की सुरक्षा आवश्यक है। उन्होंने बताया कि नाक एवं मुंह को आयुर्वेदिक रूप से ट्रीटमेंट करने पर कोविड केयर की संभावनाएं बढ़ती हैं और बचाव संभव हो पाता है। इसमें उन्होंने मुंह और नाक में घरेलू स्तर पर उपलब्ध तेल का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। तेल का उपयोग करने से म्यूकस मेंब्रेन को बायोलॉजिकल रूप से सुरक्षित कर पाना संभव है। डॉ परमेश्वर अरोरा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि आयुर्वेद एवं योग का प्रयोग हमें अपने दैनिक जीवन में अपनाना चाहिए। आयुर्वेद का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है विश्व को आयुर्वेद चिकित्सा भारत ने दी है।
उन्होंने संक्रमण के इस दौर में आयुर्वेद समाधान से एब्सलूट प्रीवेंशन की बात कही। उन्होंने बताया कि नाक और मुंह में सरसो की दो-दो बूंद डाले। N 95 मास्क व उसके ऊपर सर्जिकल मास्क पहने। इसके साथ ही उन्होंने कोविड पेंडिमिक को हराने के लिए सात आयुर्वेद मंत्र को साझा किया। जिसमें घरेलू स्तर पर खाना बनाने में इस्तेमाल विभिन्न गर्म मसाले, भाप एवं गर्म पानी का गरारा , नीम के पत्ते का सेवन एंव घर के वातावरण को स्वच्छ एवं शुद्ध रखना शामिल है। संक्रमित होने पर शुरू में स्टीरॉयड का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि कोरोना संक्रमण से पहले से ही इम्यूनिटी कम होती है । स्टीरॉयड का सेवन करने से शरीर का इम्यूनिटी काफी कम होने से शरीर अधिक कमजोर हो जाता है।अपने इस व्याख्यान के दौरान उन्होंने टेलीमेडसिन के रूप में लोगों की कोविड से संबंधित प्रश्नों का समाधान करते हुए भ्रांतियों को दूर किया। और समस्या का आयुर्वेदिक उपचार बताया।
डॉ परमेश्वर अरोरा ने सभी लोगों से अपने घरों पर 11, 12 , 13 मई को लगातार जटामांसी, गुग्गल, बचा ,कपूर, हवन सामग्री का धूपन (हवन) हवन करने का आवाहन किया है।
वर्चुअल संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम ने एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी को महत्वपूर्ण बताते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान समय में महामारी के इस दौर में अपने आप को सुरक्षित रखना महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद के उपयोग से निश्चित ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कई गुना बढ़ती है। डॉक्टर परमेश्वर अरोरा ने आज ' कोविड-19 का आयुर्वेदिक समाधान ' विषय पर अपने ज्ञान एवं अनुभव से समाधान देने का प्रयास किया है। कुलपति प्रो गौतम ने विश्वविद्यालय के आयुर्वेद प्रभारी डॉ राकेश श्रीवास्तव को विश्वविद्यालय स्तर पर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक उपचार का निर्माण करने का भी निर्देश दिया।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ राकेश श्रीवास्तव प्रभारी आयुर्वेद ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि इस संगोष्ठी के माध्यम से वर्तमान परिस्थिति में कोविड से बचाव हेतु आयुर्वेद का योगदान एवं समाधान पर सार्थक वार्ता हुई। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन समिति के अध्यक्ष डा. आंजनेय पांडेय , अधिष्ठाता अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी रहे।
वेब संगोष्ठी में डॉक्टर राम अधार मालवीय लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल, बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर भागीरथ सिंगरोली, इंजी ए पी पांडेय, डॉक्टर एल के सूर्यवंशी एडिशनल सेक्रेटरी, एन.सी.टी.ई तथा एडिशनल डायरेक्टर डॉक्टर राजकुमार तिवारी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार, ग्रामोदय विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी, प्रो अमरजीत सिंह, प्रो डी पी राय, आईटी सेल प्रभारी प्रो भरत मिश्रा, संचार विज्ञानी शुभम राय त्रिपाठी ,डॉ गोविंद सिंह, विवेक सिंह,नीरज आदि शामिल रहे
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The Chitrakoot Post
Shubham Rai Tripathi
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