धर्मनगरी चित्रकूट का दीपोत्सव , दीपदान के प्रकाश से जगमगा उठी वनवासी राम की तपोभूमि चित्रकूट
धर्मनगरी चित्रकूट का दीपोत्सव , दीपदान के प्रकाश से जगमगा उठी वनवासी राम की तपोभूमि चित्रकूट
एमपी - यूपी प्रशासन के संयुक्त कुशल मेला व्यवस्था में धर्म नगरी चित्रकूट का प्रसिद्ध दीपावली मेला संपन्न
प्रमुख द्वार राम मोहल्ला में जुटी भक्तों की भीड़
फोटो : कलेक्टर अजय कटेसरिया अनादि प्राचीन मुखारविंद कामदगिरि में आरती करते हुए
दीपावली मेला रामघाट में श्रद्धालु
चित्रकूट, 15 नवंबर 2020। आदि तीर्थ के रूप में समूचे विश्व विख्यात भगवान वनवासी श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में शुरू हुए पांच दिवसीय मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालुओं का मेला लगा।
तपोभूमि में शनिवार को अंधेरी रात के बीच झिलमिल दीए जब मंदाकिनी के जल राशि पर दौड़ते नजर आए तो लगा मानो आसमान जमीन पर उतर आया है।
दीपावली के मौके पर पांच दिवसीय अमावस्या दीपदान मेला को लेकर श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी, कामदगिरि परिक्रमा साहित्य तीर्थ क्षेत्र में घी और तेल के दीए जलाकर सुख समृद्धि की कामना की। तीर्थयात्रियों ने कामदगिरि पर्वत पर दीपदान किया जिससे पर्वत में तारे उतरने जैसा मनोरम अद्भुत दृश्य दिखने लगा।
कोरोना संक्रमित प्रभु श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट में भगवान कामदनाथ की पूजा अर्चना कर दीपावली मेले में पूण्य लाभ कमाने के लिए भक्तों के आने का सिलसिला 3 दिन पहले से ही शुरू हो गया था। सतना जिला प्रशासन द्वारा 12 से 16 नवंबर तक पांच दिवसीय दीपावली उत्सव मेला आयोजित किया गया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया ने देखी व्यवस्थाएं
पुलिस अधीक्षक सतना धर्मवीर सिंह ने संभाला धर्मनगरी में सुरक्षा मोर्चा
दीपदान मेले में देश के दूरदराज से आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सतना जिला प्रशासन एवं चित्रकूट जिला प्रशासन यूपी पूरी तरह से सक्रिय और मुस्तैद नजर आया। सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया , पुलिस अधीक्षक सतना धर्मवीर सिंह मेला व्यवस्था की कमान धर्मनगरी चित्रकूट में संभाले रहे। श्रद्धालुओं के स्नान घाट, दीपदान स्थल, कामदगिरि परिक्रमा स्थल आदि जगह जाकर निरीक्षण करते नजर आए। नगर पंचायत चित्रकूट एमपी सीमा क्षेत्र में व स्नान घाट स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे तो चित्रकूट यूपी प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरे से मेला में आए यात्रियों की सुरक्षा व व्यवस्था मैं लगे कर्मचारियों कि मॉनिटरिंग की जा रही थी। मेला व्यवस्था के सभी जोन व सेक्टरों में उप निरीक्षक स्तर का अधिकारी तैनात किया गया था। अनादि प्राचीन मुखारविंद कामदगिरि, राम मोहल्ला प्रमुख द्वार कामदनाथ , गुप्त गोदावरी, सती अनुसूया, हनुमान धारा, भरत घाट व राघव प्रयाग घाट सहित मुख्य स्थानों में मेला मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे।
कोरोना संकट काल में मेला स्पेशल ना चलने से तीर्थ यात्रियों के आगमन में भारी कमी
वनवासी राम की तपोभूमि चित्रकूट धाम में प्रतिवर्ष 30 से 40 लाख श्रद्धालु पांच दिवसीय मेले में आते रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए मेला स्पेशल ट्रेन रेलवे द्वारा संचालित नहीं की गई। चित्रकूट धाम कर्वी रेलवे स्टेशन, सतना जंक्शन, मानिकपुर जंक्शन , मझगवां यह क्षेत्र के प्रमुख रेलवे स्टेशन है जहां से रेल यात्रा के माध्यम से लाखों की संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा व दीपदान करने देश के विभिन्न राज्यों से यहां आते थे। इस बार यह संख्या गत वर्षो की तुलना में महज 20 फ़ीसदी ही मानी जा रही है।
एमपी यूपी के जिला अधिकारीयों ने कामदनाथ में टेका माथा किया दीपदान
दीपदान के इस महापर्व में सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया , पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने सपरिवार अनादि प्राचीन मुखारविंद कामदगिरि के दर्शन कर दीपदान किया और संध्या कालीन आरती में सम्मिलित हुए। चित्रकूट जिला अधिकारी शेषमणि पांडेय व पुलिस अधीक्षक चित्रकूट अंकित मित्तल भी चित्रकूट के आराध्य भगवान कामदनाथ के दरबार पहुंचकर दर्शन किए।
सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया :
चित्रकूट में दीपदान मेला का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं पर संतुष्टि जताई। मैं बहुत भाग्यशाली हूँ की दीपावली में मुझे कामतानाथ भगवान के सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है और मेरी दीपावली उस पावन नगरी चित्रकूट में हो रही है जहाँ प्रभु श्री राम साढ़े ग्यारह वर्ष तक विराजमान रहे।
जिला अधिकारी चित्रकूट शेषमणि पांडेय :
चित्रकूट वासियों एवं समस्त श्रद्धालुओं को दीपावली पर्व की शुभकामनाएं । भगवान कामदनाथ से यही प्रार्थना है कि कोविड-19 महामारी जल्द दूर हो।
सतना सांसद गणेश सिंह चित्रकूट पहुंचकर किया दीपदान
सतना सांसद गणेश सिंह, भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ चित्रकूट के भरत घाट पहुंचकर दीपदान कर नौका विहार किया ।
धर्मनगरी चित्रकूट में दीपदान का विशेष महत्व
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा पर बसे विश्व के प्रमुख तीर्थ चित्रकूट की मंदाकिनी नदी और कामदगिरि पर्वत कि विशेष महिमा है। अत्रि और वाल्मीकि जैसे ऋषि यों के साथ भगवान श्री राम की तपोस्थली होने के कारण समूचे विश्व में धर्मनगरी चित्रकूट में दीपावली (दीपदान) का विशेष महत्व है। अनादि प्राचीन मुखारविंद कामदगिरि के पुजारी रोहित दास बताते हैं कि भगवान श्री राम ने अपने वनवास काल के साढ़े 11 वर्ष से अधिक का समय चित्रकूट में बताया था।भगवान श्री राम ने लंका विजय के बाद दीपदान किया था। दीपदान की भव्य अवश्य अवश्य का अंधकार दूर होकर पूर्णिमा के प्रकाश में बदल गया था। राम मोहल्ला प्रमुख द्वार के व्यवस्थापक संत मदन गोपाल दास ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र में देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। भगवान श्री राम की तपोस्थली महिमा सती अनसूया के प्रताप से उत्पन्न मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद, कामदगिरि की परिक्रमा , दर्शन करने के पश्चात संध्या काल में रामघाट में दीपदान का विशेष महत्व है। कोरोना वायरस चलते हैं मेला प्रभावित हुआ है।
मौनियों कि मौन साधना , दिवारी लोक नृत्य की नयनाभिराम प्रस्तुति
बुंदेलखंड लोक संस्कृति का प्रमुख दिवारी लोक नृत्य कला का अनूठा नयनाभिराम प्रदर्शन लोक कलाकारों ने चित्रकूट पहुंचकर किया। मौन साधक भी इस परंपरा में शामिल हुए। श्री कृष्ण भक्त उपासक मोहन साधक , मौन व्रत का संकल्प लेकर चित्रकूट आते हैं।
मोर पंख व आकर्षक लोक सांस्कृतिक वेशभूषा से यह मेला क्षेत्र में आए श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। लोक नृत्य के दौरान इनकी कला भाइयों को देख कर तीर्थयात्री अभिभूत हो जाते हैं।
मेला व्यवस्था में सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया, पुलिस अधीक्षक सतना धर्मवीर सिंह, चित्रकूट जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय, अंकित मित्तल पुलिस अधीक्षक चित्रकूट, एसडीओपी चित्रकूट अभिनव चौकसे, एसडीएम मझगवां हेम करण धुर्वे, नायब तहसीलदार चित्रकूट ऋषि नारायण सिंह, नगर पंचायत चित्रकूट सीएमओ आशीष कुमार द्विवेदी, नयागांव थाना प्रभारी आर.बी त्रिपाठी, उप निरीक्षक रूपेंद्र राजपूत , चौकी इंचार्ज रामवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट : शुभम राय त्रिपाठी चित्रकूट
+918756269029
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