ग्रामोदय विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का उदघाटन
*ग्रामोदय विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का उदघाटन*
*नई शिक्षा नीति के विभिन्न आयामों पर विचार विमर्श और शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे।*
चित्रकूट, 26 सितंबर 2020। महात्मा गाॅधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट में आज तीन दिवसीय "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न आयाम " विषयक राष्ट्रीय वेबिनार का उद्घाटन कुलपति प्रो. एन. सी. गौतम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर जनमेजय सिंह ने राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किया। बेबीनार में शामिल वक्ताओं एवं अतिथियों का स्वागत डाॅ. राजेश त्रिपाठी सचिव ने किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति नये भारत का सृजन करेगी तथा वर्षो से चली आ रही आ रही शैक्षणिक अव्यवस्था को समय काल और परिस्थिति के अनुरूप सुद्वढ करेगी, इस आशय के विचार के साथ दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव तथा विश्वविद्यालय के प्रबन्ध मण्डल के सदस्य डॉ अभय महाजन ने आशा व्यक्त किया कि आजादी के तत्काल बाद ही हमको ऐसी शिक्षा नीति की आवश्यकता थी किन्तु तत्समय हम ऐसा नही कर पाये। यह शिक्षा नीति लचीली जन स्वीकार्य एवं सर्वभौमिकता को पुष्टि करने वाली है।। विश्वास है प्रतिभागी विद्द्वान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू करने पर अपने विचार एवं सुझाव मंत्रालय के प्रस्तुत करेंगें।
मुख्य वक्ता के रूप मे रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्र ने अपने छात्र जीवन के रूप में आयी कठिनाईयों एवं एक शिक्षक के रूप में उचित नीति की कमियों का उल्लेख करते हुये राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विशेषताओं का उल्लेख किया और आशा व्यक्त की कि इसके विभिन्न आयाम छात्रों का स्वर्णिम विकास करने में सहायक होगी उन्होने आंगनवाडी केन्द्रो के माध्यम से बाल शुलभ शिक्षा तथा उच्च शिक्षा एवं शोध परक शिक्षा के प्रभाव पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व के विकास कार्यक्रम के निदेशक एवं अधिष्ठाता प्रो. अमरजीत सिंह ने समाजकार्य में स्नातक उपाधि कार्यक्रम को समानुकूल बताते हुये कहा कि यह पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप संचालित है।
उद्घाटन सत्र् के अध्यक्ष प्रो. एन. सी. गौतम कुलपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को शैक्षणिक क्षेत्र में मील का पत्थर बताया और शैक्षणिक क्षेत्र में कहा कि इस नीति पर न केवल भारत वरन् विश्व के कई देशो में उत्सुकता दिख रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के चरणबद्ध लागू करने पर वांछित परिणाम हमारे सामने आयेंगे। ग्रामोदय विश्वविद्यालय सामुदायिक महाविद्यालय, दूरस्थ शिक्षा और नियमित पाठ्यक्रम संचालित कर रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने पर चुनौतियाॅ आयेंगी किन्तु विश्वविद्यालय एवं अन्य शैक्षणिक संस्थान सरकारों की प्रतिबद्धता एवं शिक्षका की प्रबुद्ध शक्ति के माध्यम से उसमें अवसर तालाशेगें। देश में ऐसी नीति दशको बाद आयी है। आशा है देश का शैक्षणिक वातावरण मार्गदर्शक बनेगा। विश्व के लिये अनुगामी बनेगा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुये राष्ट्रीय बेबीनार के संयोजक डाॅ. देवेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से देश के लब्ध प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय भारत में अपना केन्द्र खोलेगें और भारतीय विश्वविद्यालय भी अपना केन्द्र स्थापित कर सकेगें।
उद्घाटन सत्र् में आये हुये सभी अतिथियों एवं प्रतिनिधियों का प्राध्यापक डाॅ. अजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
बेबीनार के दूसरे सत्र् में प्रो. रमेशचन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से देश में शिशु शिक्षा से लेकर शोध कार्य तक में परिवर्तन होना है। राष्ट्रीय शोध फाउण्डेशन के माध्यम से शोध कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समाज उपयोगी होंगें। बेविनार में अमित कुमार, डाॅ. गायत्री, श्रुति एस, सरताज सिंह, राजीव यादव इत्यादि ने शोध पत्र प्रस्तुत किये। बेबीनार में डाॅ. भरत मिश्र, डाॅ. बृजेश उपाध्याय, डाॅ. एस.के अरसिया समेत अन्य शिक्षको ने भाग लिया।
THE CHITRAKOOT POST
Shubham Rai Tripathi
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