संस्कृत विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार*
*संस्कृत विभाग द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार*
चित्रकूट , 31 जुलाई 2020। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट के संस्कृत एवं प्राच्य भाषा विभाग द्वारा "अर्वाचीनसंस्कृतकाव्येषुराष्ट्रीयावधरणा" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार के आयोजन मे सरस्वती वंदना कु0 आधा मिश्रा ने प्रस्तुत किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर कामता प्रसाद त्रिपाठी, पूर्व प्रोफेसर .संस्कृत, संगीत विश्वविद्यालय , खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) तथा डा0 शिवमूर्ति त्रिपाठी, पूर्व प्राचार्य, हेमवतीनंदन बहगुणा महविद्यालय, लालगंज, प्रतापगढ़ ने इस राष्ट्रीय वेबिनार में प्रतिभाग किया। वेबिनार का शुभारंभ विश्वविद्यालय के जीवन पर्यन्त कुलाधिपति पद्म विभूषण पूज्य जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी के व्याख्यान एवं आशीर्वचन से हुआ।.पूज्य जगद्गुरु ने अपने उद्बोधन में राम सापेक्ष राष्ट्रवाद को राष्ट्रीय अवधारणा का केन्द्र बिन्दु बताया एवं जीवन पर्यन्त दिव्यांगजनोद्धार हेतु कार्य करते रहने का सुनिश्चय दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत में अनेक कांति कारियों ने जन्म लिया है लेकिन आजाद चंद्र शेखर ने वास्तविक कर्मवीर के रूप में भारत माता की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। प्रो0 कामता प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि जगद्गुरु जी विरचित "आजादचंद्रशेखर चरितम् " खण्डकाव्य में राष्ट्रीय अवधारणा को सुस्पष्ट करते हुए अनेक आधुनिक कवियों की रचनाओं में व्याप्त राष्ट्रीय भावनाओं पर सविस्तार प्रकाश डाला । वर्तमान समय में जगदगुरु जी की कुल 212 संस्कृत और हिन्दी साहित्य में रचनाएँ उपलब्ध है जो विदत समाज के लिए एक दिशा के रूप में उपस्थित है आपके द्वारा किया गया यह अवदान युगों युगों तक याद रहेगा। डा0 शिवमूर्ति त्रिपाठी , प्रताबगढ ने कहा कि संस्कृत के विभिन्न काब्यों मे निहित राष्ट्रीय तत्वों का सरल भाषा मे निरूपण किया है।इस आयोजन में तुलसीपीठ के युवराज आचार्य रामचंद्र दास जी ने अपने विचार साझा किये । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश चन्द्र दुबे ने बताया कि साम्राज्यवाद काल से समाजवाद काल पर्यन्त हुए सभी प्रकार के परिवर्तनों के मध्य संस्कृत साहित्य में व्याप्त राष्ट्रीय अवधारणा का विशद् विवेचन किया गया। राष्ट्रीय बेबीनार देशभर के कुल लभगभ 150 लोगों ने प्रतिभाग किया। कुलसचिव डा0 महेंद्र कुमार उपाध्याय , डीन डा.विनोद कुमार मिश्रा , डा0 एम0 डी0 सिंह , डा0 रजनीश सिंह , विशेष दुबे , डा0 रीना पांडेय , विशेष नारायण मिश्र , डा0 जयोति विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डा0 प्रमिला मिश्रा ने किया। कार्यक्रम का संचालन डा0 शशिकान्त त्रिपाठी ने किया ।उक्त आशय की जानकारी विश्वविद्यालय के पीआरओ एस0 पी0 मिश्रा ने दी। ।
Shubham Rai Tripathi
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