दिव्यांग विश्वविद्यालय में शिक्षा संकाय द्वारा राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन


दिव्यांग विश्वविद्यालय में शिक्षा संकाय द्वारा राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन


 चित्रकूट , 17 जुलाई 2020। जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय  में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनर कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा संकाय द्वारा किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के आजीवन  कुलाधिपति जी  जगदगुरु रामभद्राचार्य जी के    आशीर्वचन से हुआ। जगदगुरु जी ने कहा कि  आज वैश्विक कोरोना महामारी मे पुरा विश्व परेशान हैं।यह एक ऐसी महामारी है जिसकी कल्पना भी नहीं कि जा सकती थी । विश्व युद्ध के बाद लगभग इतना बड़ी बीमारी कभी नहीं आइ थी ।  भारत में आज  दस लाख लोगो को संक्रमण हो गया है ।मेरा मानना है कि इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए मास्क या गमझा  से अपने मुह को अवश्य ढकें । गुटखा या पान मसाला नहीं खाए । दिब्यांग छात्रों को भी गुटखा , पान मसाला नहीं खाना चाहिए। शारिरिक दुरी का पालन करते हुए  कोरोना का डटकर मुकाबला करें। हमारा आहार -  विहार शुद्ध हो तभी स्वछता पर ध्यान रखें। यही मेरी अपील हैं। आयोजित कार्यक्रम के लिए शिक्षा संकाय  को बहुत - बहुत साधुवाद। तत्पश्चात मां भगवती के श्री चरणों में  मधुर गीत के द्वारा उनका वंदन किया गया।  डॉ0  रजनीश सिंह  द्वारा सभी अतिथियों मा.कुलपति जी ,कुलसचिव जी ,वित्त अधिकारी जी ,डीन  आदि का  स्वागत व अभिनंदन किया गया । श्री निहार रंजन मिश्रा  द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा व  इस वेबीनार के औचित्य को स्पष्ट किया। इस प्रकार प्रथम  उद्घाटन सत्र का समापन हुआ।.
तकनीकी सत्र प्रथम-------------------------
तकनीकी सत्र प्रथम की अध्यक्षता   विश्वविद्यालय के  वित्त अधिकारी आर0 पी0 मिश्रा जी ने किया। 
 तकनीकी सत्र के प्रथम वक्ता के रूप में डॉ0 नीतू तिवारी जी ने हमारे समाज पर कोविड-19 के प्रभाव विषय पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया।.
द्वितीय वक्ता के रूप में श्री विश्वेश दुबे ने ऑनलाइन शिक्षण की चुनौतियां व परंपरागत शिक्षण पर  व्याख्यान प्रस्तुत किया।.
तृतीय वक्ता के रूप में डॉ0 रजनीश सिंह  ने पाठ्यक्रम निर्माण एवं क्रियान्वयन को लेकर उसके विविध पक्षों पर विस्तार पूर्वक अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
 सुश्री अमिता मिश्रा  ने दृष्टिबाधित विद्यार्थियों की शैक्षिक चुनौतियां एवं समाधान विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इस व्याख्यान के साथ ही प्रथम सत्र के समापन की घोषणा की गई।.
द्वितीय तकनीकी सत्र-------------------------
द्वितीय तकनीकी सत्र का शुभारंभ मानविकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ0 विनोद कुमार मिश्रा  की  अधयक्षता मे  प्रारंभ हुआ । द्वितीय सत्र के प्रथम वक्ता के रूप में डॉ0 रीना पांडे  ने दिव्यांग विद्यार्थियों की शिक्षा और मूल्यांकन कोविड-19 के परिपेक्ष में विद्यार्थियों के विविध पक्षों पर हम सब का ध्यानाकर्षण कराया उन्होंने सुगम में भारत के लिए सुगम में शिक्षा पर जोर दिया ।
श्री दुर्गेश मिश्रा  ने दिव्यांग विद्यार्थियों की समस्याओं के संदर्भ में शासन की भूमिका विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया उन्होंने दिव्यांगों के विविध समस्याओं और उनके समाधान पर प्रकाश डाला।
द्वितीय सत्र के उत्तरार्ध में कार्यक्रम के संयोजक श्री निहार रंजन मिश्रा जी ने ई-  लर्निंग डीएसएस मेंट e-portfolio पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। श्री मिश्रा जी ने ई-  लर्निंग से संबंधित विविध पक्षों पर बड़े ही सुंदर ढंग से अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम के समापन सत्र के प्रारंभ में कार्यक्रम के सह-  संयोजक श्री विश्वेश दुबे ने दिनभर की गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया।  कुलसचिव डा. महेंद्र कुमार उपाध्याय  जी ने हम सब का  मार्गदर्शन किया।. और अंत में सम्मानीय कुलपति जी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से  हम सभी का मार्गदर्शन  किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक निहार रंजन मिश्रा ने सभी आमंत्रित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया । इस कार्यक्रम में  विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के  शिक्षक एस0 पी0  मिश्रा , ओमप्रकाश जी , मुकुंद पांडेय   सहित  छात्र ,छात्राए व अन्य संस्थाओं के शिक्षक , विद्यार्थी उपस्थित रहे ।उक्त आशय की जानकारी पीआरओ एस0 पी0 मिश्रा ने दी।

Shubham Rai Tripathi
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