प्रवासी कामगारो की आजीविका सुरक्षा हेतु कृषि विज्ञान केंद्र मझगवां द्वारा जल एवं मृदा संरक्षण की तकनीकियों पर दिया गया प्रशिक्षण


प्रवासी कामगारो की आजीविका सुरक्षा हेतु कृषि विज्ञान केंद्र मझगवां द्वारा जल एवं मृदा संरक्षण की तकनीकियों पर दिया गया प्रशिक्षण

चित्रकूट 11 जुलाई 2020 । दीनदयाल शोध संस्थान कृषि विज्ञान केंद्र, मझगवां में भारत सरकार की गरीब कल्याण रोजगार योजना अंतर्गत प्रवासी कामगारो की आजीविका सुरक्षा हेतु जल एवं मृदा संरक्षण पर तीन दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम, दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन एवं कृषि विज्ञान केंद्र मझगवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉक्टर राजेंद्र सिंह नेगी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर डॉ.राजेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से कुल 35 प्रवासी कामगारो को जल एवं मृदा संरक्षण का महत्व एवं मृदा संरचना का निर्माण कैसा होता है, इस विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम के माध्यम से बताया गया कि हमें कैसे वर्षा जल को संरक्षित कर पूरे वर्ष पीने योग्य पानी उपलब्ध होता रहे तथा इसके लिए हमें सबसे ज्यादा जरूरी है, कि सोकता गड्ढा बनाकर ट्यूबेल, हैंडपंप एवं कुआं को रिचार्ज एवं हम छोटे-छोटे तालाब बनाकर वर्षा जल को संग्रहित कर फसल की सिंचाई कर सकते हैं एवं ढाल की विपरीत दिशा में खेती करके (सीमांत खेती) एवं खेतों की मेंड़ बनाकर खेती करने से मृदा कटाव को रोकने के उपाय बताए गए। 

कार्यक्रम में जल की उपयोगिता और महत्त्व दोनों पर विशेष जोर दिया और सभी प्रवासी कामगारो को संकल्प दिलाया गया कि अनावश्यक जल या वर्षा जल को व्यर्थ न जाने दे, वर्षा जल का सदुपयोग करें। 

इस कार्यक्रम में आए प्रवासियों ने केंद्र पर जीवंत इकाईया जैसे; मशरुम उत्पादन, केचुआ खाद उत्पादन, मुर्गी पालन बीज बैंक एवं बीज उत्पादन, कृषि तकनीकी पार्क फलों उद्यान सब्जियों की नर्सरी आदि का भ्रमण किया एवं अपने अपने ग्राम में जीवन उपार्जन के लिए कृषि विज्ञान केंद्र से तकनीकी सहयोग एवं मार्गदर्शन से अपने अपने अपने ग्राम में कृषि उद्यमी व जल एवं मृदा संरक्षण करने का संकल्प लिया। 

इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र मझगवां के पौध सुरक्षा वैज्ञानिक अखिलेश जागरे, फसल उत्पादन वैज्ञानिक डॉ. अजय चौरसिया, अशोक शर्मा, हिमांशु शेखर सिंह, मानेद्र सिंह आदि की उपस्थिति सराहनीय रही। इन सभी के द्वारा महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया।

Shubham Rai Tripathi
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