ग्रामोदय विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के पुरा छात्र वेबीनार सम्मेलन संपन्न



ग्रामोदय विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के पुरा छात्र वेबीनार सम्मेलन संपन्न।

चित्रकूट, 31 मई 2020। आज महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी संकाय ने अपने पुरातन छात्रों का सम्मेलन वेबीनार के माध्यम से आयोजित किया।  विश्वविद्यालय में अभियंत्रिकी के शिक्षण का कार्यक्रम 1993 में 5 ब्रांचो में किया गया। मध्य प्रदेश में प्रथम बार खाद्य प्रौद्योगिकी में बी.टेक प्रारंभ किया गया। इसके अतिरिक्त मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कृषि अभियंत्रिकी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कंप्यूटर साइंस में बीटेक व एम सी ए पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए।सम्मेलन में अभियांत्रिकी संकाय में शिक्षण किए पूर्व अध्यापक भी जुड़े ‌। इनमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जमशेद अंसारी, एमएनएनआईटी से प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव, आईईआरटी से प्रो ए.के रथ , पंतनगर से प्रो राजनारायण पटेरिया, भारत सरकार के पेटेंट विभाग से डॉ पीयूष गर्ग सम्मिलित हुए। सभी ने विश्वविद्यालय में बिताए अपने अनुभव को व्यक्त किया तथा पुरा छात्रों के मंगल भविष्य की कामना की। 
पुरा छात्रों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेश चंद्र गौतम ने सभी पुरा छात्रों को उनके जीवन में प्राप्त हुई उपलब्धियों की बधाई दी। कुलपति जी ने पुरा छात्रों को विश्वविद्यालय का ब्रांड अंबेसडर बताते हुए उनसे भविष्य में इस तरह के सतत संवाद कायम रखने की अपेक्षा की। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय अपने पुरा छात्रों के अनुभवों का लाभ वर्तमान में पढ़ रहे विद्यार्थियों को देना चाहता है। इसे व्यवस्थित रूप में प्रारंभ किया जाएगा।  कुलपति  प्रो गौतम ने उल्लेख किया कि विश्वविद्यालय में संसाधनों में काफी वृद्धि हुई है तथा निरंतर इसे मजबूत किए जाने की कार्रवाई की जा रही है। विश्वविद्यालय को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। 



अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आंजनेय पांडेय ने अपने संबोधन में संकाय के उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने प्रथम चक्र में ही नैक द्वारा ए ग्रेड प्राप्त किया, जो कि ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि पुरा छात्रों को नोडल लिंक के रूप में नामित किया जाएगा ,जिससे एलुमनी के कार्यों को गति दिया जा सके।पुरा छात्रों ने अपनी चर्चा में विद्यार्थियों के लाभ के लिए इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। इसके साथ ही सेमिनार और अधिक संख्या में कराए जाने का सुझाव रखा।  पुरा छात्रों ने इस काम को आयोजित किए जाने में हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया
औऱ इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की ।  अधिष्ठाता डॉ आंजनेय पांडेय ने आभार व्यक्त किया। विंग कमांडर हिमांशु अग्रवाल, शिखा स्वरूप, मुकेश, श्वेता श्रीवास्तव, विक्रांत सक्सेना एवं संकाय से उपस्थित रहे।

Shubham Rai Tripathi
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