ग्रामोदय में छात्रों की जिज्ञासाओं का ऑनलाइन समाधान



ग्रामोदय में छात्रों की जिज्ञासाओं का ऑनलाइन समाधान 

 विश्वविद्यालय प्रशासन ने दी छात्रों को धैर्य, संयम और आत्मबल की सलाह।

चित्रकूट, 26 मई 2020। लंबे समय से देश में कोरोना आपदा के कारण विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के समाधान  और उनमें आत्मबल एवं धैर्य के विकास हेतु  कुलपति प्रोफ़ेसर नरेश चंद्र गौतम की प्रेरणा और प्रयासों से आज महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से सीधा संवाद ऑनलाइन के जरिए किया।
छात्रों की समस्याओं के सम्मिलित समाधान प्रस्तुत करने हेतु यह आयोजन ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठान की ओर से संपन्न हुआ ,जिसका संयोजन अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर शशिकांत त्रिपाठी ने किया। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कुलसचिव डॉ अजय कुमार, कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर वाई के सिंह,विज्ञान एवं पर्यावरण संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर आई पी त्रिपाठी, प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता एवं सी एम सी एल डी पी के निदेशक सह लिंक ऑफिसर प्रोफेसर अमरजीत सिंह,कृषि संकाय के अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर डी पी राय, अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ एके पांडे,  दूरवर्ती कार्यक्रम के निदेशक  प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार व्यास, शोध निदेशालय के निदेशक, प्रोफेसर आर सी त्रिपाठी, महाविद्यालय योजना के निदेशक प्रोफेसर भरत मिश्रा,परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर नीलम चौरे,उपकुलसचिव परीक्षा द्वय डॉ जितेंद्र कुमार शर्मा और डॉ कमलेश कुमार थापक, उपकुलसचिव अकादमी डॉ कुसुम कुमारी सिंह, केंद्रीय पुस्तकालय अध्यक्ष प्रो रघुबंश प्रसाद बाजपेयी औऱ मनोवैज्ञानिक प्रो नंद लाल मिश्रा आदि शैक्षणिक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे।
 संवाद का प्रारंभ करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण  प्रो शशि कांत त्रिपाठी ने छात्रों को आश्वस्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय उनकी समस्याओं पर संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए  सहानुभूति पूर्वक निरंतर निर्णय ले रहा है। किसी भी छात्र का भविष्य प्रतिकूल रूप से प्रभावित ना हो, यह कुलपति जी की सर्वोच्च प्राथमिकता है उन्होंने कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम के संदेश को छात्रों से साझा करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों से निराश न हो बल्कि पूरे उत्साह के साथ बचाव के समस्त तरीकों का दृढ़ता से पालन करें।  कुलपति जी के संदेश के माध्यम से सकारात्मक कार्यो में लगे रहते हुए इस वैश्विक महामारी को मात देकर सफल होने ,  आत्मविश्वास, संबल और धैर्य बनाए रखने की छात्रों से अपील की गई। ऑन लाइन विचार विमर्श के दौरान विद्यार्थियों की ज्यादातर जिज्ञासा परीक्षा की तिथियों, आवेदन पत्रों के भरे जाने ,टाइम टेबल और परीक्षा की व्यवस्था परीक्षा परिणाम नए साल की शुरुआत परीक्षाओं से संबंधित शुल्क पाठ्यक्रमों की अवधि और विश्वविद्यालय आने की बाधाओं से संबंधित रही। परीक्षा नियंत्रक डॉ नीलम चौरे एवं उप कुलसचिव द्वय डॉ जितेंद्र शर्मा व डॉ कमलेश कुमार थापक ने एक एक विद्यार्थी की जिज्ञासा का समाधान पूरी आत्मीयता और संयम से  किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि महामहिम कुलाधिपति जी के निर्देशानुसार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 29 जून से 30 जुलाई के मध्य संपन्न होगी अन्य परीक्षाओं की तिथियां बाद में  घोषित की जाएगी ।विपरीत स्थितियों के चलते यदि कोई छात्र परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाता है ,तो उसे एक अतिरिक्त दिया जाएगा ।जिन छात्रों की फॉर्म भरने आदि से संबंधित प्रक्रिया रह गई है ,तो वह पूरी करा ली जाएगी। प्रश्नपत्र दो घंटे का होगा।छात्रों को मास्क लगाकर  आना अनिवार्य होगा बैठक व्यवस्था में  सोशल डिस्टेंसिंग का  पालन किया जाएगा। परीक्षा दो पालियो में होगी।आवश्यकता के अनुसार तीन पालियों में भी की जा सकती है।इस तरह छात्रों का शैक्षणिक सत्र समय पर ही पूरा होगा।नए सत्र में प्रवेश के बारे में शीघ अधिसूचना जारी की जाएगी। प्रवेश एमपी ऑनलाइन के माध्यम से होगा। सत्र की तिथियां यूजीसी द्वारा निर्देशित और घोषित एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार होंगी विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पूर्ण किया गया है आंतरिक मूल्यांकन हेतु असाइनमेंट इत्यादि भी प्रदान किए गए हैं जिन्हें छात्र द्वारा जमा करने पर आंतरिक मूल्यांकन कर लिया जाएगा। मनोविज्ञान के प्राध्यापक प्रोफेसर नंद लाल मिश्रा ने  छात्रों को धैर्य के साथ बिना विचलित हुए घर पर ही रहकर अध्ययन करने की समझाइश दी। कुलसचिव डॉ अजय कुमार ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में विश्वविद्यालय प्रशासन प्रत्येक छात्र के साथ है और उसके अकादमिक भविष्य को सुव्यवस्थित करने की दृष्टि से समय-समय पर समस्त आवश्यक निर्णय किए जाएंगे । जिन शोध छात्रों के लिए अवधि संबंधित संबंधी कोई समस्या आएगी तो लॉक डाउन अवधि को शून्य मानकर अतिरिक्त समय प्रदान किया जाएगा। उपकुलसचिव डॉ कुसुम सिंह ने छात्रों को अपने पाठ्यक्रम प्रभारी और अधिष्ठाता के संपर्क में रहने का आग्रह किया।परीक्षा विभाग की ओर से आश्वस्त किया गया कि जो कतिपय रिजल्ट घोषित होने थे और वे छूट गए हैं, उन्हें भी लगभग पूर्ण कर लिया गया है, शीघ्र ही छात्रों को अवगत करा दिया जाएगा केंद्रीय पुस्तकालय अध्यक्ष प्रोफेसर  रघुबंश प्रसाद बाजपेयी ने बताया कि लॉक डाउन के कारण पुस्तक जमा करने में हुए बिलम्ब का कोई भी विलंब शुल्क लिया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ आंजनेय पांडेय ने समस्त छात्रों से अपील की है कि लॉक डाउन अवधि में 
घोषित दिशा निर्देशों का पूरी तत्परता से पालन करें ,अफवाहों से दूर रहें भ्रामक सूचनाओं के जाल में ना आएं और किसी भी प्रकार की जिज्ञासा होने पर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता से संपर्क स्थापित करें. समस्त अधिकारियों ने विश्व विद्यालय  की ओर से छात्रों और उनके अभिभावकों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की| डॉ देवरस पांडे ने सिस्को वेबैक्स प्लेटफार्म पर इस संपूर्ण आयोजन का सफलता पूर्वक ऑनलाइन संचालन किया ।

Shubham Rai Tripathi
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