ग्रामोदय यूनिवर्सिटी में पृथ्वी को नुकसान न पहुचाने का संकल्प



ग्रामोदय यूनिवर्सिटी में पृथ्वी को नुकसान न पहुचाने  का संकल्प।

ऑनलाइन गतिविधियों ने यूनिवर्सिटी की नई पहचान बनाई।

अध्ययन - अध्यापन सहित शिक्षक और विद्यार्थी कोरोना संकट के बचाव  और मदद में भी लगें।

चित्रकूट,22 अप्रैल 2020। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आज विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम ने पृथ्वी को नुकसान न पहुचाने का संकल्प दिलाया।
 ट्विटर, ईमेल, व्हाट्सएप और टेलीग्राम आदि सोशल मीडिया ग्रुप के जरिए ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शिक्षको, अधिकारियों, कर्मचारियों, शोधकर्ताओं और स्नातक-परास्नातक स्तरीय  छात्र-छात्राओं ने कुलपति प्रो गौतम ने अपने संकल्प पत्र भरे। इस दौरान कुलपति जी ने अपने मार्गदर्शक उद्बोधन में कहा कि पृथ्वी में  ही मानव जीवन की कल्पना की जा सकती है।  पृथ्वी में निवास करने वाली विश्व की  संम्पूर्ण मानव जाति का दायित्व बनता है कि वह पृथ्वी में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों को किसी प्रकार का नुकसान न पहुँचाये।प्रकृति प्रदत्त संसाधनों के नुकसान और उसके साथ छेड़छाड़ से पर्यावरनीय संकट उत्पन्न हो जायेगा। कुलपति प्रो गौतम ने अपने संदेश का एक ऑनलाइन वीडियो भी जारी किया।
ग्रामोदय यूनिवर्सिटी के जन सम्पर्क अधिकारी जय प्रकाश शुक्ल ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि का ग्रामोदय परिवार ने कुलपति प्रो गौतम के नेतृत्व और सतत मार्गदर्शन में अध्ययन-अध्यापन कार्यो के साथ साथ कोरोना संकट से उत्पन्न परिस्थितियों से निबटने के लिये प्रभावी और सरकार द्वारा मान्य उपायों को जन जन तक पहुचाने तथा जरूरत मंद लोगों एवं बेजुबान पशु पक्षियों भोजन पानी उपलब्ध कराने के कारण ग्रामोदय यूनिवर्सिटी की नई पहचान उभर कर आई है।: ऑनलाइन गतिविधियों के क्रम में अधिष्ठाता प्रो अमरजीत सिंह ने प्रबंधक के विशिष्ट गुणों, प्रो ब्रजेश कुमार उपाध्याय में वित्त प्रबंधन की आवश्यकता, डॉ नंद लाल मिश्र ने संस्थाओं के संचालकों की मनोदशा,  डॉ विजय सिंह परिहार ने राष्ट्रीय आय और उसके मापन की पद्धति पर प्रकाश डाला।मुकेश झा ने इंटरनेशनल मार्केटिंग , वंदना ने क्वालिटी मैनेजमेंट इन  फ़ूड इंडस्ट्री,अमित मिश्रा ने ऑपरेटिंग सिस्टम एवं पॉवर पॉइंट, प्रदीप सिंह ने नोट्स ऑन बिजनिस कम्युनिकेशन, अंकिता पाल ने बिज़नेस मैथमेटिक्स विषय पर क्लासेस ली।डॉ प्रसन्न पाटकर ने कोरोना वायरस को सेनेटाइजर से मारने की कल्पना के  चित्र सृजन, डॉ अभय कुमार वर्मा ने प्रकृति के साथ संयोजन करने वाले पछियों और कोविंद -19 विषय आधरित चित्र बनाने के गुर को बताया। डॉ जे के गुप्ता ने बी वोक,बी यस सी कृषि की क्लासेस में एग्री इकोनॉमिक्स, डॉ ललित कुमार सिंह ने रुपये के महादेव कविता की व्याख्या, डॉ विनोद शंकर सिंह ने ट्रेनिंग प्रोग्राम के लाभ बताया। प्रो आर सी त्रिपाठी ने वेदों में पर्यावरण की प्रस्तुति और  कैनाल सिस्टम पर पावर पॉइंट प्रजेंटेशन किया।डॉ  यस के अरसिया ने प्रिंसिपल ऑफ मैनजमेंट, डॉ उमेश कुमार शुक्ल ने पशुधन उत्पादन औऱ प्रबंध, डॉ कुसुम कुमारी सिंह ने हिंदी की शब्द संपदा की क्लासेस ली।अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी , प्रो अमरजीतसिंह, प्रो डी पी राय,प्रो योगेश कुमार सिंह, डॉ आंजनेय पांडेय, प्रो भरत मिश्रा, प्रो वीरेन्द्र कुमार व्यास  ने ऑनलाइन संकल्प पत्र भरवाये। डॉ राकेश कुमार ने वाटर कलर के द्वारा चित्र सृजन की सीख दी। डॉ के थापक ने संस्कृत भाषा में प्रकृति संरक्षण के सूत्र बताए।प्रो के के सिंह ने अंग्रेजी वर्णमाला में द्वारा कोरोना के बचाव के उपाय बताए।डॉ गोविंद सिंह ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की महत्ता बताई।डॉ जय शंकर मिश्रा ने क्रिएटिव पेटिंग पर प्रकाश डाला।प्रो यस के चतुर्वेदी ने ऑनलाइन क्लासेस में कोविंद-19 के दुष्प्रभाव से बचने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उपयोगी उपाय बताए।


Shubham Rai Tripathi
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