ग्रामोदय यूनिवर्सिटी द्वारा कोरोना संकट के खिलाफ जनजागरूकता की ऑनलाइन पहल






ग्रामोदय यूनिवर्सिटी द्वारा  कोरोना संकट के खिलाफ जनजागरूकता की ऑनलाइन पहल।


ऑनलाइन क्लासेस  वर्कलोड के आधार पर  एनुअल सेल्फ़ अस्सिसमेन्ट प्रमाणित हो - कुलपति प्रो गौतम


चित्रकूट,19 अप्रैल 2020। लॉक डाउन अवधि में में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में संचालित ऑनलाइन क्लासेस की निरंतरता को कायम रखने के लिए कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम ने अधिष्ठताओ एवं निदेशकों को  निर्देश दिये हैं कि विद्यार्थियों का सैद्धांतिक और प्रायोगिक  पाठ्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से निर्धारित समय में पूर्ण कराने के लिए समय सारणी के अनुरूप  नियमित एवं स्थायी शिक्षको के साथ साथ गेस्ट टीचर्स का वर्कलोड सुनिश्चित किया जाय।साथ ही संकायाध्यक्ष के माध्यम से क्रियान्वित ऑनलाइन क्लासेस  का दैनिक विवरण प्रभारी आई टी सेल को भेजे ताकि वे निर्देशानुसार राजभवन और शासन को नियमित जानकारी उपलब्ध कराकर ग्रामोदय विश्वविद्यालय की वेबसाइट में भी अपलोड कर सकें। कुलपति प्रो गौतम ने कहा कि यूजीसी, राजभवन और शासन द्वारा माँगी गई जानकारी विषयक प्राप्त पत्रों को आई टी सेल के प्राप्त कर सकते हैं।कुलपति प्रो गौतम ने जोर देकर अधिकारियों से कहा कि अभी से ही बता देवे कि  लॉक डाउन अवधि के ऑनलाइन यूनिवर्सिटी वर्क फ्रॉम होम के आधार पर ही एनुअल सेल्फ अस्सिसमेन्ट को प्रमाणित किया जायेगा। ऑनलाइन क्लासेस की  राजभवन को प्रेषित की जाने वाली जानकारी की डिज़िटल पुष्टि के लिए आई टी सेल को डेली वर्क डिटेल्स भेजा जाय। उन्होंने बताया कि सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप  लॉक डाउन अवधि में विश्वविद्यालय के आवश्यक कार्यो को 20 अप्रैल से सम्पन्न करने के लिए  यूनिवर्सिटी के कार्यालय प्रमुखों और अधिकारियों से उनके कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों में से आवश्यक कर्मियो की ड्यूटी प्रस्ताव मांग लिया गया है। रविवार को घोषित अवकाश का प्रयोग आज विद्यार्थियों ने अपने शिक्षको के मार्गदर्शन में कोरोना आपदा से बचाव और संघर्ष के लिए एक दिवसीय ऑनलाइन अभियान चलाया। बी एस सी कंप्यूटर के विद्यार्थी ने आई टी सेल प्रभारी प्रो भरत मिश्रा औऱ बी यस सी बायो के विद्यार्थियों ने प्रो यस के चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में  कोरोना के बचाव के लिए हाथों में प्रेरणा देने वाली पट्टिकाओ को ऑनलाइन जन जागरूकता कार्यों के रूप में प्रदर्शित की। इस रचनात्मक पहल की संचार माध्यमों के विशेषज्ञ और जनसंचार के प्राध्यापक प्रो वीरेन्द्र कुमार व्यास ने सराहना करते हुए कहा कि विद्यर्थियों ने मानकों का पालन किया है ।

 कृषि विषय के प्राध्यापक प्रो जे के गुप्ता ने ऑनलाइन क्लासेस में कृषि अर्थव्यवस्था को समझाया। एग्रीकल्चरल मार्केटिंग, व्यापार और मूल्य की डिजिटल सामग्री प्रदान की।आई टी के प्राध्यापक प्रो भरत मिश्रा ने भौतिक विज्ञान की इंटरनल क्लासेस ली।पुस्तकालय और सूचना विज्ञान के प्राध्यापक प्रो रघुबंश प्रसाद बाजपेयी ने कॉमन ऑक्सीलिरिएस ने क्लास ली   और प्राध्यापक डॉ सूर्यप्रकाश शुक्ल ने निःशुल्क हिन्दी पुस्तकालय के रूप में सुपरिचित ई पुस्तकालय का विवरण दिया। डॉ शुक्ल ने एकात्म मानव दर्शन के शिल्पकार राष्ट्रऋषि नाना जी देशमुख विषय पर अपने विचारों को प्रस्तुत किया।  व्यावसायिक कला के प्राध्यापक डॉ अभय कुमार वर्मा ने एम एफ ए  और बी एफ ए के छात्रों से ऑनलाइन वर्क कराया। साथ ही   कैमरा वर्क प्रोसेस समझाया।दूरवर्ती अध्ययन एवं सतत शिक्षा के निदेशक प्रो वीरेंद्र कुमार व्यास और उपकुलसचिव डॉ कमलेश कुमार थापक ने विश्वविद्यालय के छेत्रीय अध्ययन केन्द्रों  में संचालित ऑनलाइन प्रक्रिया को समझाया।विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी ने केमिस्ट्री की क्लासेस ली ।कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो योगेश कुमार सिंह ने एजुकेशनल इनवायरमेंट की क्लासेस ली। प्राध्यापक डॉ अशोक दुबे ने हठ योग के अद्यतन विकास की अध्ययन सामग्री दी।समाजकार्य के प्राध्यापक डॉ विनोद शंकर सिंह ने अध्ययन सामग्री दी। संस्कृत भाषा के प्राध्यापक डॉ के के थापक ने  स्वरचित संस्कृत हिंदी शब्दकोश की प्रतियां उपलब्ध कराई।अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आंजनेय पांडेय ने ऑनलाइन क्लासेस के सुचारू संचालन हेतु ऑनलाइन मीटिंग की।प्राध्यापक डॉ राकेश कुमार ने स्टिल लाइफ अध्ययन की क्लासेस ली।प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता प्रो अमरजीत सिंह ने कांसेप्ट ऑफ मैनेजमेंट की क्लासेस ली। वाणिज्यविषय के प्राध्यापक प्रो ब्रजेश कुमार उपाध्याय ने मार्केटिंग कॉन्सेप्ट और मार्केटिंग प्रॉब्लम पर प्रकाश डाला।कृषि संकाय के अधिष्ठाता प्रो डी पी राय ने एग्रीकल्चर कम्युनिकेशन स्किल की क्लासेस ली। मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ नीलम चौरे ने योग शिक्षक डॉ गणेश गुप्ता की योग क्लासेस का निरीक्षण किया। प्राध्यापक डॉ जयशंकर मिश्रा ने प्रदत्तकार्य दिये। इंजी वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने सिविल इंजीनियरिंग की क्लासेस ली।हिंदी के प्राध्यापक डॉ ललित कुमार सिंह और प्राध्यापक डॉ कुसुम कुमारी सिंह ने हिंदी साहित्य की  संयुक्त क्लासेस ली। यह जानकारी जन सम्पर्क अधिकारी जय प्रकाश शुक्ल ने दी।



Shubham Rai Tripathi
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