युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक विकास प्रशिक्षण का चित्रकूट में हुआ शुभारंभ
चित्रकूट 22 फरवरी 2020। नेहरू युवा केंद्र सतना एवं रीवा के 40-40 युवाओं के 2 बैच का युवा नेतृत्व एवं क्षमता विकास प्रशिक्षण का शुभारंभ दीनदयाल शोध संस्थान, उद्यमिता विद्यापीठ के सभागार में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ भरत मिश्रा, दीनदयाल शोध संस्थान के सचिव डॉ अशोक पांडे एवं उद्यमिता विद्यापीठ के संयोजक मनोज सैनी व नेहरू युवा केंद्र रीवा के जिला युवा समन्वयक कुलदीप सिंह गहरवार तथा सतना के जिला युवा समन्वयक सतवीर दीप कौर के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
प्रशिक्षण के उद्घाटन अवसर पर सतना के जिला युवा समन्वयक सतवीर दीप कौर ने प्रशिक्षण के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि युवाओं में नेतृत्व क्षमता एवं व्यक्तित्व विकास के साथ ही जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दिया जाना है साथ ही समय प्रबंधन, कोरोना वायरस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दिया जाना है। इसके अलावा नेहरू युवा केंद्र संगठन की विभिन्न प्रकार की योजनाओं को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्य अतिथि डॉ भरत मिश्रा ने अपने उद्बोधन में युवाओं से कहा कि राष्ट्र की जय के लिए युवाओं को कार्य करना चाहिए, युवा अपने कार्य से समाज का, गांव का, देश का नाम रोशन करें यही राष्ट्रीयता है। हमारा काम है संपर्क के जरिए लोगों को संस्कारवान बनाना। ऐसे लोग जब जागरूक और संगठित होकर जब समाज के लिए सक्रिय होंगे तब भारत परम वैभव को प्राप्त करेगा।
इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान के सचिव डॉ अशोक पांडे ने समुदाय में कार्य करने के लिए युवाओं के संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि समूह में कार्य करते समय हमारा व्यवहार जहां कम वहां हम का होना चाहिए। सबको समझने के साथ परस्पर पूरकतावादी होना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि मनोज सैनी ने युवाओं से चर्चा करते हुए कहा कि चित्रकूट राष्ट्रऋषि नानाजी की कर्मभूमि रही है, ऐसे स्थान पर प्रशिक्षण से युवाओं के व्यक्तित्व में निखार आना चाहिए। हमें नानाजी के बोध वाक्य "मैं अपने लिए नहीं अपनों के लिए हूं, अपने वे है जो पीड़ित एवं उपेक्षित है" के आधार पर जो साथी हमसे नीचे पायदान पर हैं उनको अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए, समुदाय विकास की प्रक्रिया में सहभागी बनाने के लिए यह प्रशिक्षण उपयोगी साबित होगा।
प्रशिक्षण में ग्रामसभा, महिला सशक्तिकरण, व्यक्तित्व विकास, जल संवर्धन, प्लास्टिक मुक्त भारत, प्राथमिक स्वास्थ्य, हमारा संविधान, पंचायती राज, पशुधन-गौसंवर्धन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी है। कार्यक्रम का संचालन एमपी द्विवेदी लेखापाल ने किया। उद्घाटन सत्र के अंत में रीवा के लेखपाल जे.आर. पांडे ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
शुभम राय त्रिपाठी
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