कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की मंदाकिनी में आस्था की डुबकी




स्नान ,दान एवं ध्यान का कार्तिक पूर्णिमा चित्रकूट में विशेष महत्व।

कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की मंदाकिनी में आस्था की डुबकी। 

श्री गुरु नानक देव जी के 550 प्रकाश वर्ष पर्व पर, धर्म नगरी में हर्षोल्लास ।

चित्रकूट ।  भगवान विष्णु और भगवान शिव की शक्ति संचार के लिए विशेष महत्व रखने वाला  आज का दिन कार्तिक पूर्णिमा आस्थावानो के लिए आध्यात्मिक एवं पौराणिक महत्त्व रखती है । 
 भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए कार्तिक पूर्णिमा तिथि स्नान और दान का खास महत्व है। यह महत्व धर्म नगरी चित्रकूट में और अधिक तब बढ़ जाता है जब आस्था का जनसैलाब मां मंदाकिनी में भक्ति की डुबकी एवं दीपदान करने के लिए दूर-दूर से खींचे चले आते हैं। आज सुबह से ही चित्रकूट के रामघाट में तीर्थयात्रियों द्वारा मां मंदाकिनी में स्नान और दान किया गया। स्नान के पश्चात दीपदान की परंपरा रही है। मठ मंदिरों में भी विशेष पूजा अर्चना और पाठ किया गया।
ऐसी धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा यानी आज के दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला मत्स्य अवतार इस पृथ्वी पर लिया था। प्रलय काल में वेदों की रक्षा के लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप में अवतार लेकर भक्तों की रक्षा की थी। आज के दिन पवित्र नदियों मैं स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। एवं जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए वैष्णव पंथ का अनुसरण करने वाले भी इस दिन को विशेष मानते हैं। कार्तिक मास में भगवान विष्णु की विशेष कृपा बनी रहती है। 
अन्य धार्मिक मत के अनुसार भगवान शंकर ने आज त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध आज ही के दिन किया था। जिसके कारण उनका एक नाम त्रिपुरारी भी पड़ा। त्रिपुरासुर के वध के बाद तीनों लोकों में पुनः धर्म की स्थापना हो सकी। इस खुशी को देव दिवाली को उत्सव के रूप में मनाया । कार्तिक पूर्णिमा के दिन है पांडवों ने अपने पितरों की शांति के लिए गढ़ मुक्तेश्वर धाम में तर्पण और दीपदान किया । इससे इसका महत्व और प्रभावशाली हो गया। तबसे कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान की परंपरा चली आ रही है ।
हिंदू धर्म की रक्षा के लिए सिख धर्म की स्थापना हुई थी इस धर्म के प्रथम गुरु श्री बाबा नानक देव जी का जन्म भी कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। आज उनका 550 वां प्रकाश पर्व भी है । गुरुद्वारों में इस दिन विशेष कार्यक्रम और लंगर का आयोजन होता है।



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12/11/2019

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