कमिश्नर ने किया चित्रकूट नगरी का औचक निरीक्षण।


       
       03/11/2019

*कमिश्नर ने किया चित्रकूट नगरी का औचक निरीक्षण।
*
*चित्रकूट नगर वासियों को स्वच्छता की दिलाई शपथ : कमिश्नर।*
*मंदाकिनी स्वच्छता एवं घाटों की सफाई के लिए दिए कड़े निर्देश ।*
*मां मंदाकिनी प्राकृतिक धरोहर के साथ ही, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर है : डॉ भार्गव।*

चित्रकूट ।  धर्म नगरी चित्रकूट में पांच दिवसीय दीपावली मेले के सफल संचालन के पश्चात , नगर पंचायत चित्रकूट द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के मद्देनजर रीवा संभाग आयुक्त डॉ अशोक भार्गव ने चित्रकूट का औचक निरीक्षण किया। कमिश्नर ने गुप्त गोदावरी के साथ ही चित्रकूट के भरत घाट, राघाव प्रयाग घाट , हनुमान धारा का निरीक्षण किया। उन्होंने दीपावली मेला व्यवस्था में कार्यरत सभी सफाई कर्मचारियों एवं स्टाफ के द्वारा सराहनीय कार्य करने पर सभी को बधाई दी।
कमिश्नर ने जल संरक्षण अभियान के तहत मंदाकिनी का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय समुदाय से जल संरक्षण के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि जल एक प्राकृतिक संपदा है। यह प्रकृति एवं जीव के लिए बहु उपयोगी है। जीवन दायक यह संपदा का संरक्षण अति आवश्यक है। इसके बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं। उन्होंने नगर पंचायत चित्रकूट को निर्देश दिए की जल्द से जल्द अतिक्रमण हटा लिए जाएं।
मां मंदाकिनी में किसी भी प्रकार से दूषित एवं सीवर लाइन का पानी नदी में प्रवेश ना करें। इसकी पूर्ण रूप से व्यवस्था की जाए । 
उन्होंने नगर वासियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। स्थानीय स्तर पर लोगों को मां मंदाकिनी के प्रति जागरूक रहने की बात कही। डॉ भार्गव ने कहा कि मां मंदाकिनी प्राकृतिक धरोहर तो है ही इसके साथ ही इसका आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व भी हमारे दैनिक जीवन में है। जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता । ऐसी स्थिति में इसके अस्तित्व को बनाए रखना तो प्रमुख है ही उसकी स्वच्छता एवं निर्मलता को बनाए रखना भी महत्वपूर्ण जिम्मेवारी हैं। 
नगर पंचायत चित्रकूट के सीएमओ रमाकांत शुक्ला को निर्देश दिया कि चित्रकूट नगर की स्वच्छता दीपावली के मेले के पश्चात तेजी से की जाए। विशेष रुप से घाटों पर किसी भी प्रकार की अस्वच्छता एवं असुविधा का सामना यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों को ना करनी पड़े । 
कमिश्नर के अचानक दौरे के चलते नगर पंचायत चित्रकूट में हड़कंप की स्थिति बनी रही। आमतौर पर बिना ड्रेस कोड के नजर आने वाले स्वच्छता कर्मी भी ड्रेस कोड में नजर आए । 

हालांकि धर्मनगरी चित्रकूट में आए दिन बड़े अधिकारियों का  निरीक्षण एवं आगमन बना ही रहता है। वह हमेशा नगर पंचायत चित्रकूट को दिशा-निर्देश देते रहते हैं परंतु स्थानीय स्तर पर उनका किसी भी प्रकार से पालन नहीं किया जाता है जिसके कारण से मां मंदाकिनी में स्थानीय लोगों द्वारा लॉज एवं होटल बनाकर अतिक्रमण कई वर्षों से किया जा रहा है। इसके साथ ही नदी में सीवेज लाइन का पानी भी छोड़ा जाता है घाट किनारे बने सुलभ शौचालय द्वारा। इसके विषय में स्थानीय जनता कई बार आक्रोश प्रकट कर चुकी है और तहसीलदार, जिलाधिकारी से लेकर जिला अधिकारी स्तर पर अधिकारियों से इसकी शिकायत मौखिक रूप से करती रही है । परंतु आश्वासन के बाद भी कोई ठोस एवं निर्णायक कार्यवाही नहीं हो पाती है। 

स्वच्छता शपथ के दौरान  एसडीएम मझगवां हेमकरण धुर्वे , सीएमओ नगर पंचायत रमाकांत शुक्ला, स्वच्छता प्रभारी प्रभात सिंह , पिंटू, प्रदीप, आनंद दीक्षित, गुड्डू, श्याम बिहारी, लालबाबू, कुलदीप, विनोद आदि स्थानी लोग भी मौजूद रहे। 



शुभम राय त्रिपाठी चित्रकूट।
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